बाला देवी भारतीय फुटबॉल का गर्व है - किरेन रीजीजू

बाला देवी
बाला देवी

खेल मंत्री किरेन रीजीजू ने सोमवार को स्‍ट्राइकर बाला देवी को भारतीय फुटबॉल का गर्व करार दिया। बाला देवी स्‍कॉटिश विमेंस प्रीमियर लीग क्‍लब रेंजर्स एफसी के लिए खेल रही हैं। ट्विटर पर रीजीजू ने लिखा, 'अच्‍छा जा रही हो बाला देवी। स्‍कॉटिश विमेंस प्रीमियर लीग क्‍लब रेंजर्समें भारतीय फुटबॉल की प्रतिभाशाली और गर्व।'

बाला देवी ने सभी का ध्‍यान अपनी ओर आकर्षित किया जब इस साल मार्च में उन्‍होंने स्‍कॉटलैंड के रेंजर्स एफसी से करार किया। बाला देवी ने 18 महीने के लिए क्‍लब के साथ करार किया। बाला देवी भारत की पहली महिला फुटबॉलर बनी, जिन्‍होंने पेशेवर अनुबंध किया।

यही नहीं बाला देवी रेंजर्स एफसी से जुड़ने वाली पहली एशियाई अंतरराष्‍ट्रीय खिलाड़ी बनीं। बाला देवी भारतीय महिला टीम की शीर्ष स्‍कोरर रहे।

बाला देवी को नई चीजें सीखने को मिल रही हैं

ग्‍लास्‍गो आधारित टीम से जुड़ने के बाद 30 साल की बाला देवी ने कहा कि रेंजर्स एफसी में ट्रेनिंग का स्‍तर काफी ऊंचा है। बाला देवी ने एएनआई से बातचीत करते हुए कहा, 'भारत के मुकाबले यहां का ट्रेनिंग स्‍तर काफी ऊंचा है और यह साल भर लंबी लीग है। तो इस माहौल में खेलकर बहुत अच्‍छा लग रहा है। गेंद का मूवमेंट, पास करने की गति और शारीरिक खेल बहुत ऊंचे स्‍तर का है, लेकिन मैं खुद को ढाल रही हूं। यहां लड़कियां काफी समर्थन करती हैं। ज्‍यादातर अन्‍य देशों से है। इसलिए यहां काफी स्‍वागतयोग्‍य और खुशनुमा माहौल है।'

बाला देवी के अंतरराष्‍ट्रीय करियर की शुरूआत केवल 15 साल की उम्र में हुई थी। वह अब भारत की सर्वश्रेष्‍ठ स्‍कोरर बन चुकी हैं। बाला देवी ने 58 मैचों में 52 बार गेंद को जाली में भेदा। बाला देवी दक्षिण एशियाई क्षेत्र में भी शीर्ष अंतरराष्‍ट्रीय गोल स्‍कोरर हैं। बाला देवी को दो बार अखिल भारतीय फुटबॉल संघ (एआईएफएफ) की सर्वश्रेण महिला खिलाड़ी 2015 और 2016 में चुना गया। पिछले दो महीने में वह भारत की सर्वश्रेष्‍ठ स्‍कोरर रही हैं। रेंजर्स क्‍लब के साथ जुड़ने पर बाला देवी ने कहा था, 'बचपन से मुझे विश्‍वास था कि विदेश में खेलूंगी। स्‍कॉटलैंड में ट्रायल्‍स के दौरान मुझे विश्‍वास था और मैंने दो बार गोल किए। मैंने भारत के लिए 14 साल और अपने राज्‍य के लिए 17 साल फुटबॉल खेला। मैंने एक या दो मौकों पर यूरोप में भी खेला। मुझे भरोसा था कि मैं अच्‍छा प्रदर्शन करूंगी।'

बेंगलुरु एफसी के सीईओ मंदार तामहने का मानना है कि भारत के फीफा अंडर-17 विश्‍व कप की मेजबानी से पहले यह गेम चेंजर साबित हो सकता है। उन्‍होंने कहा, 'हमारे जुड़ने की प्रमुख वजह में से एक है महिलाओं का फुटबॉल और उसका परिणाम। वर्क परमिट मिलना हमेशा मुश्किल होता है। मगर रेंजर्स ने इसे पूरा करने के लिए कानूनी टीम में निवेश के प्रति प्रतिबद्धता दिखाई।'

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