लिवरपूल ने मैनचेस्टर सिटी को 3-2 से मात देकर FA कप के फाइनल में प्रवेश कर लिया है। वेम्बली में खेले गए रोमांचक मुकाबले में लिवरपूल ने सिटी पर शुरुआत से दबाव बनाए रखा और दुनिया की सबसे पुरानी फुटबॉल प्रतियोगिता के खिताबी मुकाबले में जगह बना ली। लिवरपूल के लिए 9वें मिनट में ही इब्राहिमा कोनाते ने हेडर के जरिए गोल कर टीम को 1-0 से आगे कर दिया। इसके बाद सादियो माने ने 17वें और 45वें मिनट में गोल दागते हुए पहले हाफ के अंत तक लिवरपूल को 3-0 की बढ़त दिला दी।
मैनचेस्टर सिटी इंग्लिश प्रीमियर लीग में टॉप पर है और लिवरपूल की टीम सिर्फ 1 अंक से पीछे चल रही है। ऐसे में इन दोनों टीमों के बीच की प्रतिद्वंदिता देखते हुए फैंस को उम्मीद थी कि सिटी और लिवरपूल के बीच कांटे की टक्कर होगी। लेकिन पहले हाफ ने कुछ और ही कहानी बयां की। सिटी के लिए पहला गोल दूसरे हाफ की शुरुआत में 47वें मिनट में जैक ग्रिलिश ने किया जबकि एक्स्ट्रा टाइम में बर्नार्डो सिल्वा ने गोल कर स्कोर 3-2 तक जरूर पहुंचाया लेकिन ये नाकाफी रहा। पिछले ही हफ्ते दोनों टीमों ने प्रीमियर लीग के मैच में 2-2 से ड्रॉ खेला था लेकिन FA कप के अहम मुकाबले में सिटी का प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा।
वहीं लिवरपूल के मैनेजर हर्गन क्लोप ने अपनी टीम के प्रदर्शन पर काफी खुशी जताई। मैच के बाद क्लोप ने इंटरव्यू में इसे लिवरपूल के इतिहास के बेहतरीन प्रदर्शनों में गिना। टीम पिछली बार 2012 में फाइनल खेला था जहां उसे हार मिली थी। टीम कुल 7 बार FA कप जीत चुकी है और आखिरी बार टीम ने साल 2006 में इस नॉकआउट प्रतियोगिता का खिताब अपने नाम किया था। अब फाइनल में लिवरपूल का सामना आज चेल्सी और क्रिस्टल पैलेस के बीच होने वाले मुकाबले की विजेता टीम के साथ होगा।
लिवरपूल की टीम इस सीजन काफी अच्छा प्रदर्शन करती आई है। टीम चैंपियंस लीग के सेमिफाइनल में पहले ही पहुंच चुकी है जहां उसके सामने विलारियाल की चुनौती है। इंग्लिश प्रीमियर लीग में टीम सिर्फ 1 अंक के अंतर के साथ मैनचेस्टर सिटी के बाद दूसरे नंबर पर है। और अब FA कप का खिताबी मुकाबला खेलने जा रही है। ऐसे में टीम के पास ये सीजन काफी यादगार बनाने का सुनहरा मौका है।