कनाडा की राष्ट्रीय फुटबॉल टीम ने 36 सालों के बाद फीफा पुरुष फुटबॉल विश्व कप के लिए क्वालीफाई कर लिया है। उत्तरी अमेरिकी महाद्वीप के देशों की असोसिएशन CONCACAF के क्वालिफिकेशन के एक अहम मैच में जमैका को 4-0 से हराकर टीम ने इस साल नवंबर-दिसंबर में कतर में होने वाले विश्वकप के में जगह बनाई। आखिरी बार साल 1986 में मेक्सिको में हुए फुटबॉल विश्व कप में कनाडा की टीम खेली थी। अब करीब 4 दशकों के बाद विश्व कप में पहुंचने पर टीम के फैंस में जश्न का माहौल है।
CONCACAF से 3 टीमों को विश्व कप में सीधे क्वालीफ़ायर के जरिए क्वालिफिकेशन मिलता है जबकि चौथे नंबर पर आने वाली टीम को अंतर्राष्ट्रीय क्वालीफ़ायर में दम दिखाना होता है। अब सीधे क्वालिफिकेशन के लिए बचे 2 स्पॉट के लिए अमेरिका और मेक्सिको की टीमें सबसे बड़ी दावेदार हैं। अमेरिका को 30 मार्च के दिन कोस्टा रिका के खिलाफ मैच खेलना है। टीम अगर इस मैच को ड्रॉ भी कर देती है तो क्वालीफाई कर लेगी, जबकि कोस्टा रिका को क्वालीफाई करने के लिए अमेरिका को कम से कम 6 गोल के अंतर से हराना होगा। मेक्सिको का आखिरी मुकाबला एल साल्वाडोर से होगा।
उत्तरी अमेरिकी देशों के क्वालिफिकेशन में कनाडा
दक्षिण अमेरिकी देश उरुग्वे और इक्वाडोर ने भी विश्व कप के लिए क्वालीफाई कर लिया है। 2 बार की विश्व चैंपियन उरुग्वे ने पेरू को 1-0 से हराकर न सिर्फ अपने लिए विश्व कप का टिकट पक्का किया बल्कि इक्वाडोर की राह भी आसान कर दी। दोनों टीमों के अंक तालिका में 25 अंक हैं और अब बाकी बची कोई टीम अपने बचे हुए मुकाबलों में उनसे ज्यादा अंक अर्जित नहीं कर सकती। दक्षिण अमेरिकी देशों के लिए विश्व कप में कुल 4 डायरेक्ट क्वालिफिकेशन स्पॉट थे। ब्राजील और अर्जेंटीना ने पहले ही विश्वकप में जगह बना ली थी।
दक्षिण अमेरिकी देशों में क्वालीफ़ायर में पांचवे स्थान पर रहने वाली टीम के पास भी विश्वकप खेलने का मौका होगा। पांचवे स्थान पर रहने वाली टीम अंतर्राष्ट्रीय क्वालिफायर में एशियाई महाद्वीप की टीम का सामना करेगी। फिलहाल पांचवे स्थान की दावेदारी के लिए पेरू और कोलंबिया की टीमें सबसे मजबूत दावेदार हैं।