फ्रांस और कोलंबिया ने महिला फुटबॉल विश्व कप के क्वार्टर-फाइनल में जगह बना ली है। फ्रांस ने मोरक्को को और कोलंबिया ने जमैका को मात देते हुए अंतिम-8 के टिकट बुक कराए। फ्रांसीसी टीम का जहां यह लगातार चौथा क्वार्टर-फाइनल होगा, तो वहीं कोलंबियाई टीम पहली बार क्वार्टर-फाइनल में खेलने उतरेगी।
फ्रांस ने ऑस्ट्रेलिया के एडिलेड में खेले गए मैच में मोरक्को के खिलाफ 4-0 से बड़ी जीत दर्ज की। फ्रांसीसी टीम पहली बार साल 2003 में विश्व कप के लिए क्वालीफाई करने में सफल हुई थी। साल 2011 में टीम चौथे स्थान पर रही थी और यह उनका अब तक का सबसे अच्छा प्रदर्शन है। फ्रांस के पास 2011 के प्रदर्शन को दोहराने का मौका है।
वहीं मोरक्को की टीम भले ही टूर्नामेंट से बाहर हो गई हो लेकिन इन महिला खिलाड़ियों ने दुनियाभर का दिल जीता। यह उनका पहला विश्व कप था और अपने पहले ही ग्रुप मैच में टीम दो बार की चैंपियन जर्मनी के हाथों 6-0 से बुरी तरह हारी। लेकिन इसके बाद मोरक्को ने दक्षिण कोरिया को 1-0 से हराया और फिर कोलंबिया पर 1-0 से जीत के साथ नाटकीय अंदाज में नॉकआउट स्टेज तक पहुंच गई। मोरक्को ने जर्मनी जैसी मजबूत टीम को टूर्नामेंट से बाहर करने में अहम भूमिका निभाई और राउंड ऑफ 16 में पहुंचने वाली सबसे निचली रैंकिंग वाली टीम भी बन गई।
वहीं टूर्नामेंट में राउंड ऑफ 16 के आखिरी मैच में जमैका और कोलंबिया का सामना हुआ। कोलंबिया ने बेहद कड़े मैच में जमैका को 1-0 से मात दी और पहली बार अंतिम-8 में स्थान पक्का किया।
सभी क्वार्टरफाइनल मुकाबले तय
अब 11 अगस्त और 12 अगस्त के दिन चारों क्वार्टर-फाइनल मुकाबले संपन्न होंगे। स्पेन और नीदरलैंड्स के बीच 11 अगस्त को पहला क्वार्टर-फाइनल होगा जो न्यूजीलैंड के वेलिंगटन में खेला जाएगा। वहीं इसी दिन न्यूजीलैंड के ही ऑकलैंड में जापान और स्वीडन की टीमें आमने-सामने होंगी। 12 अगस्त को ब्रिसबेन में ऑस्ट्रेलिया और फ्रांस की भिड़ंत होगी जबकि इंग्लैंड और कोलंबिया की टीमें आखिरी क्वार्टरफाइनल में खेलेंगी।