मोरक्को ने फीफा फुटबॉल विश्व कप 2022 के तीसरे क्वार्टर-फाइनल में पुर्तगाल जैसी मजबूत टीम को हराकर इतिहास रच दिया है। टीम ने पुर्तगाल को 1-0 से मात दी और अंतिम-4 में पहुंचने वाली पहली अफ्रीकी टीम बन गई। अपना छठा विश्व कप खेल रही मोरक्को की टीम के जीत के हीरो रहे युसूफ एन-नेसरी जिन्होंने मैच का इकलौता गोल किया। अब सेमीफ़ाइनल में मोरक्को का मुकाबला गत विजेता फ्रांस से होगा।
रोनाल्डो बेंच पर, मोरक्को का शानदार डिफेंस
मोरक्को की टीम ने कतर में हो रहे विश्व कप में शानदार डिफेंसिव स्ट्रेटेजी से ही अभी तक खेले गए सभी मुकाबलों को अपने नाम किया था। टीम ने पुर्तगाल के खिलाफ भी डिफेंस और काउंटर अटैक की कोशिश को अपनाया। मैच के दौरान पुर्तगाल के पास गेंद 65 फीसदी समय रही लेकिन टीम ने ज्यादा अच्छे मौके नहीं बनाए। पुर्तगाली कोच सेंटोस ने इस मैच में भी रोनाल्डो को स्टार्टिंग इलेवन में न रख बेंच पर बैठाया।
पहले हाफ के खत्म होने से ठीक पूर्व नेसरी ने हेडर से गोल कर मोरक्को को 1-0 से आगे कर दिया। दूसरे हाफ में कोई गोल न आता देख 51वें मिनट में सेंटोस को रोनाल्डो को मैदान में लाना ही पड़ा। 37 साल के इस खिलाड़ी ने अपनी तेज गति के चलते मौके बनाने के प्रयास किए, लेकिन किस्मत भी पुर्तगाल के पक्ष में नहीं थी। मैच में 8 मिनट का इंजरी टाइम भी मिला और इसी दौरान मोरक्को के वालिद चेदिरा को रेड कार्ड दिखाकर बाहर किया गया। लेकिन 10 खिलाड़ियों से खेल रही मोरक्को को भी पुर्तगाल रोक नहीं पाया।
मैच के बाद जहां पुर्तगाली खिलाड़ी और खासकर रोनाल्डो आंसुओं में डूबे हुए दिखे, वहीं मोरक्को के खिलाड़ी और फैंस टीम के ऐतिहासिक परिणाम का जश्न मनाने लगे।मोरक्को ने इस बार विश्व कप में बेहतरीन प्रदर्शन किया है। ग्रुप स्टेज में बेल्जियम और क्रोएशिया जैसी टीमों के साथ शामिल किए गए मोरक्को ने ग्रुप को टॉप किया था। टीम इस बार के विश्व कप की उन चुनिंदा टीमों में शामिल रही जिन्होंने एक भी विश्व कप ग्रुप मैच नहीं हारा। वहीं 1966 में तीसरे स्थान पर रही पुर्तगाली टीम साल 2006 में दूसरी और आखिरी बार सेमीफ़ाइनल तक पहुंची थी। उनका इंतजार अब और लंबा हो गया है।