हैदराबाद एफसी ने इंडियन सुपर लीग का अपना पहला खिताब जीत लिया है। हैदराबाद ने गोवा में खेले गए फाइनल में केरला ब्लास्टर्स को 1-1 से बराबरी पर रहने के बाद पेनेल्टी शूटआउट में 3-1 से मात दी।
हैदराबाद पहली बार लीग के सेमीफाइनल में पहुंची और फाइनल में जाकर खिताब अपने नाम किया। वहीं केरल की टीम को तीसरी बार खिताबी मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा। हैदराबाद के लिए गोलकीपर लक्ष्मीकांत कत्तिमणी ने पेनेल्टी शूटआउट में 3 पेनेल्टी रोकते हुए खिताबी जीत दिलाई।
रोमांचक मुकाबला में बराबरी का स्कोर
पंडित जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम, फडरोडा गोवा में हजारों दर्शकों की मौजूदगी के बीच फाइनल मुकाबला शुरु हुआ। केरल के कप्तान एड्रिन लूना ने मैच के पहले ही मिनट में काफी अच्छा गोल का मौका बनाया लेकिन ये सफल नहीं हुआ। पहले हाफ में दोनों टीमों ने एक-दूसरे को काफी अच्छी चुनौती दी।
दूसरे हाफ में पहला गोल केरल के नाम 68वें मिनट में आया। केपी राहुल ने जेकसन सिंह की मदद से बेहतरीन गोल कर केरल को 1-0 से आगे कर दिया। इसके बाद केरल ने खेल में डिफेंस दिखाना शुरु किया। 75वें मिनट में हैदराबाद के ओग्बेचे के पास बराबरी का बेहद शानदार मौका था लेकिन वो कामयाब नहीं हुए।
86वें मिनट तक हैदराबाद का कोई गोल नहीं हुआ और फैंस को लगा कि केरल कुछ मिनटों बाद चैंपियन बन जाएगी लेकिन साहिल टवोरा ने 88वें मिनट में खासी दूरी से गोल दागकर हैदराबाद को 1-1 से बराबरी पर ला दिया। इस सीजन हैदराबाद ने 11वीं बार 75वें मिनट के खेल के बाद कोई गोल दागा। पूरे मैच में दोनों टीमों के गोलकीपरों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया। केरल के लिए प्रभसुखन गिल और हैदराबाद के लिए कत्तिमणी ने कई शॉट्स बचाए।
पेनेल्टी शूटआउट से फैसला
90 मिनट के फुल टाइम तक कोई टीम निर्णायक जीत हासिल नहीं कर सकी। ऐसे में फाइनल मुकाबला एक्स्ट्रा टाइम में गया लेकिन यहां भी कोई गोल नहीं हुआ। इसके बाद ट्रॉफी के लिए पेनेल्टी शूटआउट हुआ। केरल के लिए लेस्कोविच ने पहली किक ली लेकिन नाकामयाब रहे। जाओ विक्टर ने हैदराबाद के लिए सफलता से पहली पेनेल्टी ली। केरल के लिए दूसरी पेनेल्टी निशु कुमार ने ली और ये भी हैदरबाद के गोलकीपर कत्तिमणी ने रोक ली।
सिवेरियो हैदराबाद के लिए पेनेलेटी मिस कर बैठे। केरल के लिए तीसरी पेनेल्टी आयुष अधिकारी ने सफलता से ली जबकि हैदराबाद के लिए के लिए कमारा ने तीसरी पेनेल्टी सफलता से ली, जबकि इसके बाद केरल के लिए चौथी पेनेल्टी जैकसन सिंह कन्वर्ट करने में नाकामयाब रहे। अब हैदराबाद को एक सफल पेनेल्टी करनी थी और हलिचरण नर्जरी ने सफल पेनेल्टी लेकर हैदराबाद को उसका पहला लीग खिताब दिला दिया।