दुनिया के सबसे लोकप्रिय फुटबॉल क्लबों में शामिल मैनचेस्टर यूनाईटेड ने 6 सालों का सूखा खत्म करते हुए अपना पहला खिताब हासिल किया है। मैनचेस्टर यूनाईटेड ने काराबाओ कप यानी EFL कप की ट्रॉफी अपने नाम कर ली है। मैनचेस्टर यूनाईटेड ने न्यूकासल यूनाईटेड को फाइनल में 2-0 से हराया और साल 2017 के बाद किसी ट्रॉफी को जीता। आखिरी बार इस टीम ने 2017 में यूरोपा लीग का खिताब जीता था।
इंग्लैंड के वेम्बली स्टेडियम में हुए फाइनल में मैनचेस्टर के लिए कासेमिरो और मार्कस रशफोर्ड ने गोल दागे। न्यूकासल की टीम मैनचेस्टर के अटैक के सामने फीकी नजर आई। न्यूकासल की टीम वेम्बली स्टेडियम लगातार 9वां मैच हारी है। टीम के प्रशंसक इस फाइनल के परिणाम से इतने खफा थे कि पुरस्कार वितरण से पहले ही स्टेडियम से जाते हुए दिखे, वहीं मैनचेस्टर यूनाईटेड के फैंस स्टेडियम में जमकर झूमे।
जीत के बाद टीम के मैनेजर एरिक टैन हैग के समर्थन में सोशल मीडिया पर संदेशों की बहार आ गई। पिछले साल ही क्लब की कमान संभालने वाले हैग क्रिस्टियानो रोनाल्डो से मतभेद के बाद काफी आलोचनाओं के घेरे में थे। लेकिन पहले इंग्लिश प्रीमियर लीग में टीम के अच्छे प्रदर्शन और अब काराबाओ कप में जीत के बाद उन्होंने आलोचकों को भी करारा जवाब दिया है।
क्या है काराबाओ कप ?
काराबाओ कप इंग्लिश फुटबॉल लीग का नॉकआउट कॉम्पिटिशन है जिसकी शुरुआत साल 1960 में हुई थी। इंग्लिश प्रीमियर लीग और एफए कप के साथ ही इसकी गिनती इंग्लैंड की टॉप 3 फुटबॉल लीग में होती है। प्रतियोगिता में कुल सात दौर होते हैं जिसमें शुरुआत में उत्तरी इंग्लैंड और दक्षिणी इंग्लैंड की टीमों को अलग-अलग सेक्शन में बांटा जाता है और इनके बीच चार दौर में मुकाबलों के बाद क्वार्टर-फाइनलिस्ट तय होते हैं।
प्रतियोगिता में सिर्फ सेमीफाइनल के मैच दो लेग में होते हैं जबकि फाइनल एक मैच होता है जो हमेशा ही वेम्बली स्टेडियम में रविवार के दिन आयोजित होता है। इस साल नॉटिंघम फॉरेस्ट और साउथहैम्पटन की टीमें भी सेमीफाइनल तक पहुंची थीं। लिवरपूल ने सबसे ज्यादा 9 बार काराबाओ कप का खिताब जीता है, वहीं मैनचेस्टर सिटी के पास 8 जबकि मैनचेस्टर यूनाईटेड के पास अब 6 खिताब हैं।