अर्जेंटीना के स्टार खिलाड़ी लायोनल मेसी ने नीदरलैंड्स के खिलाफ क्वार्टर-फाइनल में रोमांचक जीत के बाद बड़ा बयान दिया है। मेसी ने कहा है कि नीदरलैंड्स के कोच लुई वैन गाल ने मुकाबले से पहले उन्हें बेइज्जत किया था और इसी कारण मैच के दौरान उन्होंने लुई के सामने चिढ़ाने वाला इशारा किया। दोनों टीमों के बीच क्वार्टर-फाइनल मुकाबला 2-2 से ड्रॉ पर रुका। अर्जेंटीना के लिए मेसी ने दूसरा गोल दागा जिसके बाद उन्होंने नीदरलैंड्स के बेंच के सामने खड़े होकर हाथों से चिढ़ाने वाला इशारा किया था। मैच में पेनेल्टी शूटआउट में अर्जेंटीना ने 4-3 से जीत हासिल की।
दरअसल क्वार्टर-फाइनल मुकाबले से ठीक पहले लुई वैन गाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक सवाल का जवाब देते हुए कहा था कि जब अर्जेंटीना की टीम के पास गेंद नहीं होती तब मेसी अपनी टीम की मदद के लिए ज्यादा कुछ नहीं कर पाते। यह कमेंट मेसी को बिल्कुल अच्छा नहीं लगा और मैच के दौरान हुई तनातनी के बाद उन्होंने वैन गाल से बात भी की तब वह काफी गुस्से में दिख रहे थे।
कतर के लुसैल आइकॉनिक स्टेडियम में हुए मुकाबले में दोनों टीमों के बीच तनाव की स्थिति बनी रही। एक मौके पर अर्जेंटीना के लियोनार्डो पारेदेस ने गेंद को नीदरलैंड्स के बेंच की ओर दे मारा जिसके बाद बेंच पर बैठे डच खिलाड़ी वहां आ गए और आपस में भिड़ गए। मुकाबले में भारी तनातनी के बीच खेल हुआ। मैच के बाद मेसी ने लुई वैन गाल पर चुटकी ली और कहा कि वह (वैन गाल) अच्छी फुटबॉल खेलने और खिलवाने का दिखावा करते हैं।
वैन गाल यह बात लोगों में फैलाना चाहते हैं कि वह अच्छा फुटबॉल खिलाते हैं और इसके बाद वह सिर्फ अपने खिलाड़ियों से लॉन्ग थ्रो करवाते हैं। हम जीतना डिजर्व करते थे और ऐसा ही हुआ।
मेसी के अलावा टीम के गोलकीपर एमिलियानो मार्टिनेज ने भी वैन गाल पर तंज कसा। मार्टिनेज ने कहा कि वैन गाल का मानना था कि उनकी टीम पेनेल्टी में हमसे (अर्जेंटीना) ज्यादा अच्छा प्रदर्शन करेगी।
मैंने वैन गाल को कहते हुए सुना था कि उनकी टीम के पास पेनेल्टी में फायदा होगा, और शूटआउट होने पर वह जीतेंगे। मुझे लगता है कि इस परिणाम के बाद उन्हें (वैन गाल) अपना मुंह बंद रखना चाहिए।
मेसी और मार्टिनेज यहीं नहीं रुके। दोनों ने मैच के दौरान रेफरी के तौर पर काम कर रहे स्पेनिश रेफरी एंटोनियो लाहोज पर भी सवाल उठाए। मेसी ने कहा कि अगर वो कुछ बोलेंगे तो उनपर फीफा तरह-तरह के प्रतिबंध लगा देगा। मेसी ने बिना नाम लिए ये तक कहा कि फीफा को ऐसे रेफरी को नहीं लेना चाहिए जिन्हें अपना काम अच्छे से करना नहीं आता।