स्वीडन ने फीफा महिला फुटबॉल विश्व कप के क्वार्टर-फाइनल में पूर्व चैंपियन जापान को हराकर बाहर कर दिया है। न्यूजीलैंड के ऑकलैंड में खेले गए इस मुकाबले में स्वीडिश टीम ने 2-1 से जीत दर्ज की और पांचवी बार सेमीफाइनल में जगह बनाई। स्वीडिश टीम इससे पहले साल 2003 में उपविजेता रही जबकि 1991, 2011 और 2019 में टीम तीसरे स्थान पर रही थी।
खास बात यह है कि टूर्नामेंट में अब कोई भी पूर्व चैंपियन नहीं बचा है और ऐसे में इस साल नया महिला फुटबॉल विश्व चैंपियन मिलना तय हो गया है। विश्व कप के अभी तक हुए 8 संस्करणों में संयुक्त राज्य अमेरिका, जापान, नॉर्वे और जर्मनी ने ही खिताब जीते हैं। जर्मनी की टीम मौजूदा संस्करण में ग्रुप स्टेज से ही बाहर हो गई थी जबकि अमेरिका और नॉर्वे की टीमें प्री-क्वार्टरफाइनल में हारीं। अब जापान के हारने के साथ ही पूर्व चैंपियंस का रथ थम चुका है।
पहली बार क्वार्टरफाइनल में स्पेन
दिन के एक और क्वार्टर-फाइनल मुकाबले में स्पेन ने बेहतरीन प्रदर्शन कर पिछली बार की उपविजेता नीदरलैंड्स को 2-1 से हराकर बाहर किया। स्पेनिश टीम की जीत की हीरो रहीं सालमा परालुएलो जिन्होंने एक्स्ट्रा टाइम में गोल कर टीम को जीत दिलाई। न्यूजीलैंड के विलेंगटन में खेले गए मुकाबले में 80 मिनट तक कोई गोल नहीं हो सका। 81वें मिनट में स्पेन की मारिया ओलिवर ने पेनेल्टी को गोल में बदला।
नीदरलैंड्स की डिफेंडर वेन डर ग्राग्ट ने 90+1वें मिनट में गोल कर डच टीम को हार से बचाने की कोशिश की। लेकिन अतिरिक्त 30 मिनट में स्पेन के लिए हुआ गोल वरदान साबित हुआ और टीम पहली बार सेमीफाइनल में जा पहुंची। साल 2015 में स्पेनिश टीम पहली बार विश्व कप के मुख्य ड्रॉ तक पहुंची थी और तब ग्रुप स्टेज से बाहर हुई थी। साल 2019 में टीम अंतिम-16 तक पहुंची और अब टीम अंतिम-4 तक पहुंच गई है। टूर्नामेंट में अब दो क्वार्टर-फाइनल खेलने बाकी हैं। 12 अगस्त को मेजबान ऑस्ट्रेलियाई टीम तीसरे क्वार्टरफाइनल में फ्रांस से भिड़ेगी जबकि इसी दिन इंग्लैंड का सामना कोलंबिया से होगा।