स्वीडन की महिला फुटबॉल टीम ने विश्व कप में तीसरा स्थान हासिल किया है। स्वीडिश टीम ने मेजबान ऑस्ट्रेलिया को 2-0 से मात दी और चौथी बार टूर्नामेंट में कांस्य पदक हासिल किया, वहीं ऑस्ट्रेलियाई टीम अपने पहले विश्व कप पोडियम फिनिश से चूक गई।
ब्रिसबेन के लैंग पार्क में हुए मुकाबले में स्वीडिश टीम शुरुआत से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारी नजर आई। फ्रिडोलीना रोल्फो ने 30वें मिनट में मिली पेनेल्टी को गोल में बदल स्वीडन का खाता खोला जबकि 62वें मिनट में कोसोवारे असलानी के शानदार गोल ने स्वीडन को 2-0 की बढ़त दिला दी जो अंत तक कायम रही।
स्वीडन की टीम विश्व कप में कई संस्करणों में खिताब के करीब जाकर चूक गई और इस बार भी ऐसा ही हुआ। टीम इससे पहले साल 1991, 2011 और 2019 में भी तीसरे नंबर पर रही थी। 2003 में टीम फाइनल तक पहुंची लेकिन तब अमेरिका के हाथों हार गई थी। मौजूदा संस्करण में स्वीडन का प्रदर्शन काफी अच्छा रहा था। टीम ने राउंड ऑफ 16 में चार बार की चैंपियन अमेरिका को हराकर सभी को चौंका दिया था और फिर क्वार्टरफाइनल में 2011 की विजेता जापान को मात दी। लेकिन सेमीफाइनल में स्पेन के हाथों नजदीकी हार के साथ ही उनका खिताब जीतने का सपना टूट गया।
वहीं मेजबान ऑस्ट्रेलिया के लिए प्रदर्शन के लिहाज से यह विश्वकप सर्वश्रेष्ठ रहा। 1995, 1999, 2003 में लगातार टीम ग्रुप स्टेज से बाहर हुई। 2007, 2011 और 2015 में टीम क्वार्टरफाइनल से आगे नहीं बढ़ पाई जबकि पिछली बार 2019 में टीम राउंड ऑफ 16 से ही बाहर हो गई थी। इस बार टीम ने सेमीफाइनल तक जगह बनाते हुए अपने पुराने सभी प्रदर्शनों को पीछे छोड़ दिया।
रविवार को फाइनल
20 अगस्त को फीफा महिला फुटबॉल विश्व कप का फाइनल स्पेन और इंग्लैंड के बीच खेला जाएगा। दोनों ही टीमें पहली बार फाइनल में पहुंची हैं इसलिए यह मुकाबला और भी रोमांचक होने की उम्मीद है। हालांकि फैंस को इंग्लैंड की जीत तय लग रही है क्योंकि कागजों पर इंग्लिश टीम ज्यादा मजबूत है, लेकिन स्पेन ने जिस अंदाज में टूर्नामेंट में खुद को संभाला है, उस लिहाज से वह भी खिताब अपने नाम कर सकता है।