अखिल भारतीय फुटबॉल संघ (एआईएफएफ) ने दोबारा गेम शुरू कराने के लिए पहला कदम उठाया है। एआईएफफ अध्यक्ष प्रफुल पटेल ने सोमवार को शासकीय ईकाई के नए मोटो 'भारतीय फुटबॉल। फॉरवर्ड टुगेदर' (साथ में आगे बढ़ेंगे)। का लोकार्पण किया। सभी अन्य खेल गतिविधियों के समान कोविड-19 के कारण लगे लॉकडाउन की वजह से फुटबॉल गतिविधियां भी ठप्प पड़ी थी।
एआईएफएफ द्वारा पैसों से लबरेज इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) का आयोजन होने जा रहा है, जो लॉकडाउन चरण के बाद देश में पहली खेल गतिविधि होने वाली है। आईएलएल की शुरूआत 20 अक्टूबर से गोवा में होगी।
पटेल के हवाले से एआईएफएफ द्वारा जारी विज्ञप्ति में कहा गया, 'पूरा देश इस समय खराब समय से गुजर रहा है विशेषकर जब बात खेल की आती है। एआईएफएफ ने देश में दोबारा खेल गतिविधियां शुरू कराने के लिए पहला कदम उठाया है और यह इसलिए संभव हो पा रहा है क्योंकि सभी स्टेकहोल्डर्स ने इस दिशा में बिना थके और रूके काम किया है।'
पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रफुल पटेल ने कहा, 'नए मोटो के साथ हमारा लक्ष्य इस प्रयासों को सभी स्टेकहोल्डर्स के साथ प्रमुख रूप में लाना है। इस चेन में सबसे छोटी ईकाई की भी महत्वपूर्ण भूमिका है।' प्रफुल पटेल ने हालांकि, दोबारा खेल शुरू करने के उपायों के बारे में ज्यादा विवरण नहीं दिया। एआईएफएफ महासचिव कुशल दास ने कहा कि शासकीय ईकाई देश में खेल के विकास के प्रति समर्पित है।
कुशल दास ने कहा, 'हम ग्रासरूट स्तर से राष्ट्रीय टीम तक खेल के विकास के लिए पूरी मेहनत कर रहे हैं। धीमे ही सही, लेकिन एकसाथ काम करने से मुझे भरोसा है कि हमें अच्छे परिणाम मिलेंगे और भारतीय फुटबॉल टीम में युवा प्रतिभाओं की एंट्री होती रहेगी।'
आईएसएल से फुटबॉल को मिलेगा बढ़ावा
इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के आयोजकों, फुटबॉल स्पोर्ट्स डेवलपमेंट लिमिटेड (एफएसडीएल) ने हाल ही में आधिकारिक घोषणा की थी कि ईस्ट बंगाल क्लब 2020-21 सीजन से आईएसएल का हिस्सा होगा। इंडियन सुपर लीग में ईस्ट बंगाल 11वीं टीम होगी। कोरोना वायरस महामारी के कारण आईएसएल इस साल गोवा के तीन स्थानों पर जैव-सुरक्षित माहौल में खेला जाएगा। मौजूदा परिस्थितियों में मैचों का आयोजन दर्शकों के बिना होगा, लेकिन बंगाल के दो चिर-प्रतिद्वंद्वियों का आईएसएल से जुड़ना टूर्नामेंट को बड़े स्तर पर ले जाएगा।
Published 05 Oct 2020, 23:08 IST