ईस्ट बंगाल फुटबॉल क्लब के हाई-प्रोफाइल इंग्लिश कोच रॉबी फॉलर को बुधवार को चार मैचों के लिए सस्पेंड किया गया व उन पर पांच लाख रुपए का जुर्माना लगा। रॉबी फॉलर को मौजूदा इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) में भारतीय रेफरी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी का दोषी पाया गया। विश्व कप खेल चुके रॉबी फॉलर ने जोर देकर कहा कि उन्होंने गुस्से में भी नस्लीय टिप्पणी का उपयोग नहीं किया।
वरिष्ठ अभिभाषक ऊषानाथ बैनर्जी की अध्यक्षता वाली अखिल भारतीय फुटबॉल संघ (एआईएफएफ) की अनुशासनात्मक समिति ने रॉबी फॉलर के लिए सजा सुनाई। रॉबी फॉलर ने कहा कि उन्हें भरोसा नहीं कि रेफरी को अंग्रेजी विरोधी परेशानी थी या फिर ईस्ट बंगाल विरोधी।
अनुशासनात्मक पैनल के आदेश में बताया गया, 'इस तरह की कथनों और प्रकाशनों वाली समिति एमआर के समतुल्य घिनौने द्वेष के अलावा घोर अनिर्वचनीय अपमानजनक और तिरस्कारपूर्ण आकांक्षाएं हैं। फाउलर और भारत में रेफरी की गरिमा, प्रतिष्ठा और छवि को ठेस पहुंचाता है।' पैनल ने रॉबी फॉलर से पूछा है कि वह अपने बयान का मतलब समझाएं।
रॉबी फॉलर ने नहीं दिया जवाब
समिति के मुताबिक रॉबी फॉलर ने इस पर जवाब नहीं दिया और कहा कि उनका इरादा कभी नस्लीय टिप्पणी करना नहीं था और न ही कि वह किसी की छवि बिगाड़ना चाहते थे। लिवरपुल के लीजेंड रॉबी फॉलर ने 29 जनवरी को ईस्ट बंगाल और एफसी गोवा के बीच 1-1 से मुकाबला ड्रॉ होने के बाद विवादित टिप्पणी की थी। एआईएफएफ अनुशासनात्मक संहिता के मुताबिक रॉबी फॉलर पर 50.4, 58 और 59.1 आर्टिकल के अंतर्गत जुर्माना लगा। इनमें से 59.1 आर्टिकल विशेषकर नस्लीय टिप्पणी जैसे अपराधों से निपटता है।
आदेश में पढ़ने को मिला, 'अनुशासनात्मक संहिता के आर्टिकल 59 (1) (a) रॉबी फॉलर पर लगाया जा सकता था, लेकिन समिति ने इसे कुछ समय तक हटाने का फैसला किया है।' ईस्ट बंगाल ने अपने कोच रॉबी फॉलर का समर्थन किया और इस बात से इंकार किया कि उन पर नस्लीय टिप्पणी के कारण जुर्माना लगा है।
याद हो कि ईस्ट बंगाल और एफसी गोवा के बीच 29 जनवरी को इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के सातवें सीजन का मुकाबला 1-1 से ड्रॉ रहा था। एफसी गोवा की तरफ से इगोर एंगुलो ने 39वें मिनट में गोल दागा था। फिर डैनी फॉक्स ने 65वें मिनट में गोल दागकर ईस्ट बंगाल को 1-1 की बराबरी पर पहुंचा दिया था। एफसी गोवा की टीम आईएसएल की अंक तालिका में चौथे जबकि ईस्ट बंगाल की टीम 10वें स्थान पर काबिज है।