बांग्लादेश के ढाका में खेले गए 12वें SAFF (दक्षिण एशियाई फुटबॉल फेडरेशन) चैंपियनशिप के फाइनल में मालदीव्स ने सात बार की चैंपियन भारत को 2-1 से हराकर दूसरी बार खिताब जीता। सुभाशीष बोस की कप्तानी में प्रमुख खिलाड़ियों के बिना खेल रही युवा भारतीय टीम ने पूरे टूर्नामेंट में बढ़िया प्रदर्शन किया, लेकिन बंगबंधु नेशनल स्टेडियम में खेले गए फाइनल में मालदीव्स का अनुभव टीम पर भारी पड़ गया। फाइनल में मालदीव्स को पहले हाफ में इब्राहिम महुदी ने 19वें मिनट में गोल करके बढ़त दिला दी और हाफ टाइम के समय भी यह बढ़त बरक़रार रही। दूसरे हाफ में मालदीव्स के फ़ासीर ने 66वें मिनट में गोल करके टीम को 2-0 की बढ़त दिला दी और भारतीय टीम के लिए यहाँ से वापसी बेहद मुश्किल थी। 92वें मिनट में सुमीत पस्सी ने भारत के लिए पहला गोल किया, लेकिन टीम को जीत नहीं दिला सके।
भारत ने ग्रुप स्टेज में श्रीलंका और मालदीव्स को 2-0 से हराया था और उसके बाद सेमीफइनल में पाकिस्तान को 3-1 से हराकर फाइनल में प्रवेश किया, लेकिन मालदीव्स ने ग्रुप स्टेज की हार का बदला फाइनल में ले लिया। टूर्नामेंट में भारत के मनवीर सिंह ने सबसे ज्यादा 3 गोल किये, लेकिन टीम को खिताब नहीं दिलवा सके। गौरतलब है कि भारत ने 1993, 1997, 1999, 2005, 2009, 2011 और 2015 में SAFF चैंपियनशिप पर कब्ज़ा किया था। मालदीव्स ने 2008 के बाद दूसरी बार खिताब पर कब्ज़ा किया। इन दोनों टीमों के अलावा श्रीलंका ने 1995, बांग्लादेश ने 2003 और अफ़ग़ानिस्तान ने 2013 में एक-एक बार खिताब जीता है।