सऊदी अरब की महिला फुटबॉल टीम ने अपने पहले अंतर्राष्ट्रीय मुकाबले में सेशेल्स की टीम को 2-0 मात देकर इतिहास रच दिया है। अपनी रूढ़िवादी परंपराओं के लिए मशहूर सऊदी अरब की महिला फुटबॉल टीम ने देश में हो रहे सकारात्मक बदलाव को अपनी जीत के साथ मजबूती दी है। मालदीव की राजधानी माले में खेले गए इस दोस्ताना मुकाबले में 14वें मिनट में ही सऊदी के लिए अल-बंदारी मुबारक ने गोल कर टीम को 1-0 की बढ़त दिलाई और देश के इतिहास में अंतर्राष्ट्रीय गोल करने वाली पहली महिला फुटबॉल खिलाड़ी भी बन गईं। खुद ब्राजील के ऐतिहासिक फुटबॉल खिलाड़ी पेले ने भी इस कदम की तारीफ की है।
18वें मिनट में मरयम अल-तमिमी ने पेनेल्टी को गोल में बदलकर टीम की बढ़त को 2-0 कर दिया। सेशेल्स की टीम ने कोशिश काफी की लेकिन कोई गोल नहीं कर सकी। सऊदी अरब की महिला टीम का गठन इसी साल जनवरी में किया गया। हालांकि देश में फुटबॉल सबसे लोकप्रिय खेलों में शामिल है और सऊदी की पुरुष टीम विश्व रैंकिंग में 53वें स्थान पर भी है। लेकिन महिला फुटबॉल टीम को इस तरह प्रोत्साहन मिलना काफी रोमांचक और ऐतिहासिक है। टीम की कोच मोनिका स्टाब जर्मनी से हैं और टीम पिछले 1 महीने से इंग्लैंड में कोचिंग कर रही थी।
फैंस का जबर्दस्त समर्थन
सऊदी की महिला टीम को उसका पहला मैच खेलने की खबर ने दुनियाभर में फुटबॉल प्रेमियों का दिल जीत लिया। सोशल मीडिया के जरिए फैंस लगातार सऊदी अरब की सरकार के इस फैसले का समर्थन भी कर रहे हैं। फुटबॉल इतिहास के महानतम खिलाड़ियों में गिने जाने वाले ब्राजील के पेले ने भी ट्विटर के जरिए सऊदी अरब की महिला टीम का समर्थन किया।
सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान काफी समय से देश की रुढि़वादी परंपराओं को बदलने और खासकर औरतों की भागीदारी अलग-अलग क्षेत्र में बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं। फुटबॉल समेत खेल भी उसी बदलाव का हिस्सा है। सऊदी अरब में एक स्थानीय लीग का गठन भी किया गया है जिसमें महिला फुटबॉल टीमें भाग लेंगी। फिलहाल टीम को फीफा की ओर से सर्टिफिकेशन मिलना बाकि है और सऊदी अरब फुटबॉ फेडरेशन की मानें तो ये भी जल्द ही उन्हें मिल जाएगा। महिला टीम 24 फरवरी को मालदीव के खिलाफ अपना दूसरा अंतर्राष्ट्रीय मैच खेलेगी।