फुटबॉल मैच में एक ही टीम ने किए 95 गोल, जांच के आदेश

सिएरा लियोन की फर्स्ट डिविजन लीग के एक मैच में 91-1 का स्कोर रहा तो दूसरे में 95-0 का।
सिएरा लियोन की फर्स्ट डिविजन लीग के एक मैच में 91-1 का स्कोर रहा तो दूसरे में 95-0 का।

फुटबॉल मुकाबलों में आमतौर पर जब बड़ी जीतों की बात होती है तो जहन में 5-0, 6-0 या फिर 9-0 जैसी स्कोरलाइन आती है। लेकिन अफ्रीका के देश सिएरा लियोन में दो फुटबॉल मुकाबले ऐसे हुए जहां एक टीम 91-1 से जीती तो दूसरे मुकाबले में 95-0 के स्कोर से टीम को जीत मिली। ऐसी हैरान करने वाली स्कोरलाइन के सामने आने के बाद इन मैचों की प्रमाणिकता की जांच के आदेश दिए गए हैं।

दरअसल पश्चिमी अफ्रीकी में बसे सियेरा लियोन की फर्स्ट डिविजन फुटबॉल लीग ईस्टर्न रीजनल सुपर 10 लीग में गल्फ एफसी नामक फुटबॉल क्लब ने कोकिमा लेबेनॉन को 91-1 से हराने का दावा किया है जबकि एक अन्य मैच में काहूला रेंजर्स की लुंबेनबु यूनाईटेड नामक क्लब पर 95-0 के स्कोर से जीत होने की बात सामने आई है। ये स्कोरलाइन सामने आने के बाद सियेरा लियोन की फुटबॉल एसोसिएशन सकते में आ गई और जांच के आदेश दे दिए।

एसोसिएशन की ओर से आधिकारिक जांच पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जांच में टूर्नामेंट का आयोजन करवा रही ईस्टर्न रीजनल फुटबॉल एसोसिएशन, मैच में शामिल ऑफिशियल्स और चारों टीमों के खिलाड़ियों से पूछताछ होगी। एसोसिएशन की ओर साफ किया गया है कि जांच यह सुनिश्चित करने के लिए की जा रही है ताकि किसी भी तरह से मैच फिक्सिंग की संभावना को परखा जा सके।

स्कोरलाइन सुनते ही इन दोनों मैचों पर सवाल खड़े हो गए क्योंकि कोई भी फुटबॉल मुकाबला 90 मिनट की अवधि का होता है और ऐसे में अगर किसी मैच में 91 या 95 गोल हुए हों तो इसका मतलब है कि प्रतिमिनट 1 गोल से ज्यादा दागे गए। साथ ही एक ही टीम का 90 से ज्यादा गोल करना और विरोधी टीम का सिर्फ 1 या कोई गोल नहीं करना, ये भी किसी की समझ में नहीं आ रहा। ऐसे में सोशल मीडिया पर भी इन दोनों मैचों को लेकर फुटबॉल फैंस लगातार हैरानी जता रहे हैं।

हालांकि रिकॉर्ड बुक में सबसे ज्यादा गोल स्कोर किए जाने का मुकाबला साल 2002 का है जहां मेडागास्कर नामक अफ्रीकी देश (द्वीप) में AS अडेमा नाम क्लब ने विरोधी क्लब स्टाडे ओलिमिक को 149-0 से हराया था। लेकिन इस मैच में हारने वाली टीम स्टाडे ओलिमिक ने खुद अपने गोल पोस्ट में गोल दागे यानी Own Goal किए क्योंकि वह रेफरी के किसी फैसले का विरोध कर रहे थे और इसी गुस्से में इस टीम ने अपने ही गोल पोस्ट में गोल मारे।

Edited by Prashant Kumar