समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, कोपा अमेरिका में पेरू के खिलाफ 1-0 से मिली हार के बाद ब्राजील की टीम टूर्नामेंट से बाहर हो गई थी। 1987 के बाद यह पहली बार हुआ है, जब ब्राजील कोपा अमेरिका के ग्रुप दौर से आगे नहीं बढ़ पाया है। टिटे के पूर्व फुटबाल क्लब कोरिंथियंस के अध्यक्ष रोबेटरे जी एंड्राडे ने बुधवार को संवाददाता सम्मेलन में बताया, "टिटे अब हमारे साथ काम नहीं करेंगे। उन्होंने सीबीएफ के प्रस्ताव को मंजूर कर लिया है। उनके साथ उनके बेटे मैथ्यू और एडयू गास्पर भी अब क्लब के साथ नहीं होंगे।" उन्होंने कहा, "मैं ऐसा पहला शख्स हूं जिसे उन्होंने इस फैसले के बारे में बताया है। इससे दो घंटे पहले मुझे नहीं लगता था कि वह जाएंगे। मैं उनके इस फैसले से हैरान था।" टिटे का मुख्य लक्ष्य ब्राजील को 2018 में रूस में होने वाले फीफा विश्व कप में पहुंचाना होगा। ब्राजील की टीम इस समय दक्षिण अमेरिका जोन अंकतालिका में छह मैचों में दो जीत के साथ छठवें स्थान पर है। शीर्ष चार टीमों को टूर्नामेंट में जगह मिलेगी जबकि पांचवीं रैंक वाली टीम को प्लेऑफ दौर से गुजरना होगा। टिटे कोरिंथियंस के इतिहास के सबसे सफल कोच माने जाते हैं। उनके रहते क्लब ने 2011 और 2015 ब्राजील सेरी-ए का खिताब अपने नाम किया था। ब्राजील ने इसी साल अगस्त में होने वाले रियो ओलम्पिक के लिए रोजेरियो मिसाले को टीम का कोच बनाया है। --आईएएनएस