चेल्सी को प्रीमियर लीग के अपने पांचवे मुकाबले में वेस्ट हैम के खिलाफ 2-1 से जीत मिली। अपने होम ग्राउंड में खेलते हुए चेल्सी ने एक गोल से पिछड़ने के बाद वापसी की और बेन चिलवेल (76वां मिनट), काई हावर्ट्ज (88वां मिनट) के गोल की बदौलत जीत दर्ज की। वेस्ट हैम के लिए इकलौता गोल मिकाइल एंटोनियो ने 62वें मिनट में किया, लेकिन वेस्ट हैम के मैनेजर मैच के दौरान एक गोल को मना किए जाने से खासे खफा हैं।
डेविड मोयेस वेस्ट हैम के मैनेजर हैं, और उन्होंने वेस्ट हैम की ओर से आखिरी मिनटों में किए गए गोल के प्रयास को VAR के जरिए नकारे जाने पर इसे विवादास्पद बताया है। 88वें मिनट में काई के गोल के बाद चेल्सी की बढ़त 2-1 हो गई थी, लेकिन 90वें मिनट में वेस्ट हैम के मैक्सवेल कॉर्ने ने चेल्सी के गोलपोस्ट में बॉल डाली और टीम के खिलाड़ी खुश भी हो गए।
लेकिन चेल्सी ने वीडियो रेफरल मांगा। वीडियो असिस्टेंड रेफरी यानी VAR की ओर से गोल को नकारा गया और ये कहा गया कि वेस्ट हैम के जैरड बावन ने इस दौरान चेल्सी के गोलकीपर मेंडी के खिलाफ फाउल किया था। इस वाकये के बाद वेस्ट हैम के मैनेजर मोयेस ने इंटरव्यू में रिपोर्टर्स के सामने VAR के लिए अपना गुस्सा निकाला।
चेल्सी के गोलकीपर ने गोल को रोकने के चक्कर में गोल पोस्ट से बाहर आने के बाद कंधे में चोट दिखाने की कोशिश की, जबकि तब तक गोल हो चुका था। लेकिन मैं हैरान हूं कि इसके लिए VAR का इस्तेमाल कर हमारे गोल को नकारा गया। मुझे लगा था कि ये इतना साफ है कि अगर रेफरल हुआ है तो भी फैसला हमारे ही पक्ष में होगा, लेकिन ये काफी गलत फैसला रहा। रेफरी को इसके लिए जिम्मेदारी लेनी होगी क्योंकि इस गोल को नकारने के लिए कोई बहाना हो ही नहीं सकता।
मोयेस यहीं नहीं रुके उन्होंने यह तक कह दिया कि VAR पर से उनका भरोसा ही उठ गया है। मैच के बाद वेस्ट हैम के कप्तान डेक्लन राइस ने भी ट्विटर पर जाकर अपना गुस्सा निकाला। इस मैच से पहले एवर्टन और लिवरपूल के मुकाबले में भी VAR की वजह से एवर्टन का गोल रद्द किया गया जिस कारण मैच 0-0 से ड्रॉ रहा। ऐसे में कई फुटबॉल फैंस ने प्रीमियर लीग के रेफरियों पर 'अमीर' क्लबों को बचाने का आरोप लगाया।
बहरहाल, इस मुकाबले के परिणाम के बाद चेल्सी 6 मुकाबलों में तीसरी जीत के साथ अंक तालिका में पांचवें स्थान पर आ गई है। वहीं वेस्ट हैम की ये 6 मैचों में चौथी हार है और टीम फिलहाल अंक तालिका में 18वें स्थान पर है।