हल्दी (Turmeric) में औषधीय गुण होते हैं। इसका उपयोग कई बीमारियों के उपचार के लिए सदियों से किया जाता आ रहा है। आप हल्दी की चाय बनाकर भी इसके फायदे ले सकते हैं। कैंसर, डायबिटीज, आर्थराइटिस जैसी बीमारियों के लिए और अच्छी इम्युनिटी के लिए हल्दी की चाय का सेवन किया जा सकता है। इस लेख में आप हल्दी की चाय के फायदे और नुकसान के बारे में जान पाएंगे।
हल्दी की चाय के 3 फायदे और 3 नुकसान
हल्दी की चाय के फायदे : Turmeric Tea Benefits In Hindi
1. शरीर की सूजन को कम करे (Reduces inflammation)
हल्दी में मौजूद गुणों के कारण यह शरीर की सूजन के लिए उपचार का काम करती है। हल्दी की चाय के सेवन से सूजन को कम किया जा सकता है। हल्दी में करक्यूमिन नामक कंपाउंड पाया जाता है, इसमें एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुणों का भंडार है। अन्य बीमारियों जैसे मिर्गी, अल्जाइमर, मेटाबॉलिक सिंड्रोम, हृदय रोग, अस्थमा, आर्थराइटिस रोग में राहत के लिए हल्दी की चाय फायदेमंद है।
2. कैंसर के खतरे को कम करे (Reduces the risk of cancer)
कैंसर के खतरे से बचाव के लिए हल्दी से बानी चाय का सेवन लाभकारी है। हल्दी में मौजूद करक्यूमिन कैंसर सेल्स के प्रभाव को कम करके उसके प्रोडक्शन को रोकने में मदद कर सकता है। हल्दी में एंटी-कैंसर गुण मौजूद होते हैं जिसके कारण कोलन, प्रोस्टेट, स्तन और मस्तिष्क कैंसर का खतरा कम किया जा सकता है।
3. डायबिटीज में लाभदायक (Beneficial in diabetes)
हल्दी से बनी चाय के सेवन से डायबिटीज के खतरे को कम किया जा सकता है। हल्दी में मौजूद करक्यूमिन शुगर को कम करने में सहायक है। करक्यूमिन में पाए जाने वाले एंटी-डायबिटिक गुण इस स्थिति में लाभदायक हैं। यह एंटी-डायबिटिक गुण खून में मौजूद ग्लूकोज लेवल को कम करने में सहायक हो सकते हैं, जिनके कारण शुगर को नियंत्रित किया जा सकता है।
हल्दी की चाय के नुकसान : Turmeric Tea Side-Effects In Hindi
1. हल्दी के फायदे के साथ नुकसान भी होते हैं। इसके अधिक सेवन से हानि हो सकती है। हल्दी की चाय अधिक पीने से कब्ज़ और दस्त, त्वचा पर चकत्ते, सीने में जकड़न या गैस, त्वचा की सूजन की समस्या हो सकती है।
2. हल्दी से बनी चाय में करक्यूमिन होता है जिससे एलर्जी की समस्या हो सकती है।
3. हल्दी के अधिक सेवन से लिवर पर दुष्प्रभाव पड़ सकता है।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।