बच्चों का शरीर बीमारियों के लिए एक आसान सा स्थान होता है। चूँकि बच्चों की इम्यूनिटी (Immunity) इस उम्र में कम होती है और वो किसी भी बीमारी को पकड़ सकते हैं इसलिए उनका ध्यान रखा जाना बेहद जरूरी है। भारत में अब भी नवजात बच्चों को बीसीजी का टीका पैदा होने के 3 दिन के अंदर लगाया जाता है।
अगर ये टीका ना लगाया जाए तो बच्चों की सेहत खराब हो सकती है जो कहीं से भी अच्छा नहीं है। बच्चों में 10 साल तक की उम्र को बेहद आसानी से इंफेक्शन का शिकार होने के योग्य बताया गया है। इसकी वजह ये है कि इस उम्र तक शरीर रोग प्रतिरोधक क्षमता बना रहा होता है जो ध्यान देने वाली बात है।
बीमारी उम्र देखकर तो नहीं लगती है इसलिए कई बार बच्चों में भी टीबी यानी ट्यूबरक्लोसिस होने की संभावना होती है। ऐसी स्थिति में आइए आपको बताते हैं उन लक्षणों के बारे में जिन्हें देखकर ही आप इस बात का अंदाजा लगा सकते हैं कि आपके बच्चे में टीबी है या ये सिर्फ उसकी शैतानियों का हिस्सा है।
बच्चों में टीबी के 3 लक्षण: Bacchon Mein Tuberculosis Ke 3 Lakshan
वजन का कम होना: Weigh Less
बच्चों की ग्रोथ एक तरीके से होती है। अगर इसमें कोई भी बदलाव होता है तो वो आपके लिए मुश्किल पैदा कर सकता है। ऐसे में ये जरूरी है कि आप अपने बच्चे के वजन का ध्यान रखें और अगर वो बेवजह कम हो रहा है तो इसका अर्थ है कि उसके वजन को नियंत्रित करने की जरूरत है। ये टीबी का एक लक्षण होता है।
भूख हो कम: Less eating
बच्चों को ऊर्जा का भंडार कहा जाता है। हर बच्चे में ये हुनर होता है। बच्चे बेहद फुर्तीले और उछल कूद करते रहते हैं जिसकी वजह से उनका साथ हर किसी को पसंद आता है। अगर इस सबके बावजूद बच्चा कम भोजन कर रहा है या उसको भूख कम लगती है और वो उतनी फुर्ती नहीं दर्शा रहा है तो इसे भी टीबी का एक लक्षण माना जाता है।
खांसी का दो हफ्ते से अधिक होना: Cough beyond 2 weeks
ये बात बड़ों पर भी लागू होती है और बच्चों पर भी। अगर आपका बच्चा दो हफ्तों से खांस रहा है और उसको बुखार भी हो रहा है या रात में बहुत पसीना आ रहा है तो ये टीबी का एक लक्षण है। बच्चों की इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए उन्हें फ्रूट्स दें और उसके सेवन से ही उनको काफी फायदा होगा, लेकिन साथ में डॉक्टर को भी तुरंत दिखाएं।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।