बच्चों को अगर कोई तकलीफ है, तो बच्चे रोकर अपने माता पिता को अपनी परेशानी के बारे में बताते हैं। जिससे मां का ध्यान बच्चे पर जाता है कि बच्चे को ऐसी क्या तकलीफ है, जो बच्चा रो रहा है। बच्चे का लगातार रोना चिंता की बात होती है। इस तरह से बच्चे का रोना किसी परेशानी का कारण हो सकता है, जैसे कि कोलिक या दांत निकलने का संकेत हो सकता है। यदि शिशु को कोलिक की समस्या हो, तो बाजार में कई तरह के प्रोडक्ट आते हैं, जिससे बच्चे को आराम मिल सकता है। उसी में से एक है ग्राइप वाटर। ग्राइप वाटर (Gripe water) बच्चों को देना कितना फायदेमंद और नुकसानदेह है, यह हम इस लेख में जानेंगे।
ग्राइप वाटर के फायदे और नुकसान -
ग्राइप वाटर के फायदे
शिशुओं को पाचन संबंधी परेशानी, कोलिक (Baby colic) हिचकी (Hiccup) की समस्या में ग्राइप वाटर दिया जा सकता है। ग्राइप वाटर लिक्विड रूप में आता है जिसमें हर्बल चीजों का उपयोग किया जाता है जैसे सौंफ (Fennel), अदरक (Ginger), कैमोमाइल(Chamomile), मुलेठी (Mulethi), दालचीनी (Cinnamon) और लेमन (Lemon) होता है।
शिशुओं के जब दांत निकलना शुरु होते हैं, तब भी उन्हें बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इस दौरान शिशु चिड़चिड़ा हो जाता है और बहुत रोता है, इसके उपचार के लिए बच्चे को ग्राइप वाटर दिया जा सकता है। इसको पीने से बच्चे को काफी हद तक आराम मिलेगा।
कई बच्चों को एसिडिटी (Acidity) की समस्या बनी रहती है। उसके लिए भी ग्राइप वाटर को दिया जा सकता है। इससे बच्चों को एसिडिटी और पेट फूलने की समस्या से आराम मिलेगा।
अगर आपका बच्चा दूध पीने के बाद डकार नहीं करता या फिर ऊपर से दूध नहीं निकालता है, तो ऐसी स्थिति में बच्चे को ग्राइप वॉटर देना चाहिए। ग्राइप वॉटर पीने से शिशुओं को डकार (Burping) आती है, जिससे आगे होने वाली परेशानियों से बचा जा सकता है।
ग्राइप वाटर के नुकसान
ग्राइप वाटर वैसे तो बच्चों के लिए सुरक्षित होता है, लेकिन कई बार शिशु को इससे एलर्जी भी हो सकती है। कई बार ग्राइप वाटर के सेवन से बच्चों में इस तरह की एलर्जी हो सकती है, जिसपर आपको ध्यान देना चाहिए।
जीभ और होंठ में सूजन
खुजली की समस्या
उल्टी होना
सांस लेने में दिक्कत
शीतपित्त होना
ये सभी एलर्जी शिशुओं में देखी जा सकती है। इसलिए जब भी बच्चों को ग्राइप वाटर दें, तो डॉक्टर से बात जरुर करें।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।