भारत में ऐसे कई तरह के पेड़ और फूल पाए जाते हैं, जिनका उपयोग स्वास्थ्य समस्याओं को ठीक करने के लिए किया जाता है। उसमें से एक है सेमल का फूल। सेमल एक तरह का पेड़ है, जो उत्तराखंड में आसानी से पाया जाता है। सेमल के पेड़ की क्षाल, फूल, जड़ कई बीमारियों के लिए लाभदायक साबित होते हैं। आज इस लेख में हम आपको बताएंगे सेमल के फायदे और नुकसान के बारे में, तो चलिए जानते हैं।
सेमल के फायदे - Benefits of Semal in hindi
कब्ज की समस्या में प्रभावी (Beneficial in diabetes) - आजकल ज्यादातर लोग कब्ज की समस्या से परेशान हो गये हैं। अगर आप भी इस समस्या से परेशान हैं और इससे निजात पाना चाहते हैं, तो सेमल के फूल की सब्जी का बनाकर सेवन करें। इसमें फाइबर की मात्रा अधिक होने से आपको कब्ज की समस्या से दूर रखेगा।
डायरिया से मिलेगी राहत (Will get relief from diarrhea) - अगर आपको बार बार डायरिया या दस्त की समस्या हो रही है, तो इसके लिए आप सेमल के फूलों का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए सेमल के फूलों के ऊपरी छिलके को पानी में डालकर रात भर रखें। सुबह मिश्री में मिलाकर इसका सेवन करें।
ल्यूकोरिया में लाभदायक (Beneficial in leucorrhoea) - अक्सर महिलाओं को सफेद पानी निकलने की शिकायत हो जाती है। ऐसे में देसी घी और सेंधा नमक से साथ सेमल के फूलों का डोडा की सब्जी बनाकर खाने से वेजाइनल डिस्चार्ज में आराम मिलता है।
खून को करें साफ (Clean the blood) - सेमल का फूल रक्त को साफ करने में भी बहुत मददगार साबित होता है। अगर रक्त में गंदगी होने लगती है, तो इससे कई बीमारियां का खतरा बना रहता है। लेकिन अगर आप सेमल के फूल का सेवन करते हैं, तो ब्लड प्यूरिफाई करने में आसानी होती है।
सेमल के फूल से होने वाले नुकसान Disadvantages of Semal flower
सेमल के फूलों से कुछ लोगों में एलर्जी की समस्या हो सकती है।
प्रेगनेंट महिलाओं को डॉक्टर की सलाह के बगैर इसका सेवन नहीं करना चाहिए।
अगर आप किसी गंभीर समस्या से जूझ रहे हैं, तो बिना डॉक्टर की सलाह लिए इसका उपयोग न करें।
अगर आप शुगर की दवाइयों का सेवन कर रहे हैं, तो इसका सेवन न करें। इसमें एंटी डायबिटिक गुण होते हैं, जो रक्त शर्करा को और कम कर सकती है।
सेमल के पत्ते और जड़ में नाइट्राइट होता है, जो व्यक्ति पर टॉक्सिक प्रभाव डाल सकता है।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।