शवासन योग बेहद महत्वपूर्ण आसन माना जाता है। यह किसी भी योग के बाद अंतिम आसन के तौर पर किया जाता है। 'शवासन' दो शब्दों से बना है जिसमे 'शव' (corpse) और 'आसन' मिलकर शवासन बनाते हैं जिसका अर्थ है शव के आसन में बैठना। यह दृढ़ योग में एक महत्वपूर्ण मुद्रा है। इस आसन को करना बहुत सरल होता है। यह आसन मूड और थकान को नियंत्रित करने में मददगार होता है। इस आसन के बाद डीप हीलिंग यानी गहरा आराम महसूस होता है। शवासन केवल एक आसन ही नहीं बल्कि ऊर्जावान महसूस करने की टेक्निक भी है। 7-10 मिनट तक यह आसन करने से शरीर को बहुत से लाभ मिलते हैं। इस लेख हम आपको शवासन करने के फायदे बताएंगे।
एक्टिव शरीर पाने के लिए करें शवासन, जानिये 4 चमत्कारी फायदे
1. ब्लड प्रेशर और एंग्जायटी कम करे (Reduces blood pressure and anxiety)
शरीर को शांत करके योग मुद्रा में रहने से ब्लड प्रेशर में गिरावट देखी गयी है। यह योगासन हृदय को आराम देने में मदद करता है। नतीजन, यह एंग्जायटी को नियंत्रित करता है जिससे बेचैनी होने से बचाव होता है और दिल की धड़कनों को स्थिर किया जा सकता है।
2. ध्यान की स्थिति लाए (Helps in meditation)
शवासन करने से शरीर एक्टिव रहता है तथा यह मेडिटेशन की स्थिति में भी ले जाता है। यह शरीर के सेल्स व टिश्यूज के पुनर्जनन में मदद करता है और स्ट्रेस से भी छुटकारा पाने में मदद मिल सकती है।
3. फोकस और मेमोरी बढ़ाने में मददगार (Increases focus and memory)
ध्यान लगाने से फोकस और मेमोरी बढ़ाने में मदद मिलती है। जब आप शवासन करते हैं तो आप ध्यान की स्थिति में चले जाते हैं जिसकी वजह से फोकस और मेमोरी बढ़ाने में सहयता मिलती है। यह आसन दिमाग को शांत करके एकाग्रता और याददाश्त पर सकारात्मक प्रभाव डालता है।
4. एनर्जी लेवल बढ़ाये (Increase energy levels)
शवासन एनर्जी लेवल को बढ़ाने के लिए भी जाना जाता है। नैचुरली एनर्जी के स्तर को बढ़ाने का यह एक अच्छा तरीका है। 7 से 10 मिनट तक शवासन करने से एनर्जी का अनुभव होता है और कार्य करने की क्षमता बढ़ती है। यह योगासन आपके शरीर की उत्पादकता को बढ़ावा देता है।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।