डायबिटीज आज के समय में एक ऐसी बीमारी हो गई है, जो हर दूसरे व्यक्ति में पाई जाती है। इसे जीवनशैली से जुड़ी सबसे गंभीर बीमारी में से एक माना जाता है। डायबिटीज होने पर व्यक्ति के रक्त (खून) में ब्लड शुगर कंट्रोल (Blood Sugar Control) का स्तर नियंत्रण से बाहर हो जाता है। देखा जाए तो आमतौर पर डायबिटीज के दो मुख्य प्रकार होते हैं, जिनमें टाइप 1 डायबिटीज और टाइप 2 डायबिटीज शामिल है। टाइप 1 डायबिटीज एक स्थिति है जिसमें आपको ब्लड शुगर लेवल सामान्य से कम हो जाता है, इस स्थिति को लो ब्लड शुगर भी कहते हैं। वहीं टाइप 2 डायबिटीज मे व्यक्ति का ब्लड शुगर लेवल सामान्य से अधिक हो जाता है, जिसे हाई ब्लड शुगर कहा जाता है। लेकिन ये दोनों ही बहुत गंभीर है। डायबिटीज होने पर व्यक्ति को कई अन्य समस्याओं का सामना भी करना पड़ता है। जैसे व्यक्ति को हृदय रोग का खतरा, पैर में छाले, आंखों की नजर कमजोर होना, किडनी फेल और वजन कम हो जाना शामिल है। वहीं अगर किसी व्यक्ति को डायबिटीज (Diabetes) की समस्या हो रही है, तो उसका असर उसके हाथों पर भी देखने को मिल सकता है। तो चलिए जानते हैं हाथों पर कैसे दिखते हैं डायबिटीज के लक्षण।
हाथों पर दिखते हैं डायबिटीज के लक्षण : Diabetes Symptoms On Hands In Hindi
त्वचा का टेक्सचर मोम जैसा होना - अगर किसी व्यक्ति को डायबिटीज की समस्या हो रही है, तो ऐसे में उसके हाथों के पीछे की त्वचा सख्त हो जाती है, इसके साथ ही त्वचा का टेक्सचर मोम जैसा हो जाता है।
उंगलियां की समस्या - किसी -किसी व्यक्ति की उंगलियां भी सख्त हो जाती है, जिससे उन्हें हिलाने में दिक्कत होती है। इसके साथ ही उंगलियों में कंकड़ महसूस हो सकते हैं।
सूजन - डायबिटीज की समस्या में हाथों की त्वचा मोटी और उसमें भुजाओं तक सूजन हो सकती है।
हाथों में सुन्नपन - डायबिटीज की वजह से व्यक्ति के हाथों में सुन्नपन और पिन चुभने जैसी महसूस हो सकता है।
डायबिटीज से बचाव के उपाय- How To Prevent From Diabetes
1 . डायबिटीज की समस्या से बचने के लिए व्यक्ति को स्वस्थ, संतुलित और पोषक तत्वों से भरपूर आहार लेना चाहिए।
2 . हर रोज व्यक्ति को नियमित एक्सरसाइज (Exercise) और योग करना चाहिए।
3 . एक उम्र के बाद लोगों को तला-भुना, ज्यादा मसालेदार और अधिक मीठे फूड्स खाने से बचना चाहिए।
4 . हमेशा अपने वजन को प्रबंधित रखे, शरीर में ज्यादा चर्बी और वजन अधिक न बढ़ने दें।
5 . व्यक्ति को शराब के सेवन और स्मोकिंग करने से सख्त परहेज करना चाहिए।
6 . हमेशा आहार में फाइबर और प्रोटीन वाले फूड्स अधिक शामिल करने चाहिए।
7 . शरीर में विटामिन डी की कमी न होने दें, रोजाना 10-15 मिनट सुबह या शाम धूप जरूर सेकें।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है।