आयुर्वेद के अनुसार, विदारीकंद कई स्वास्थ्य समस्याओं में लाभकारी माना जाती है। सेहत, स्वास्थ्य और बीमारियों से बचाव के लिए कई तरह की जड़ी-बूटियों का उपयोग होता रहा है, जिसमें से एक विदारीकंद भी है। विदारीकंद एक जड़ी-बूटी है जो पोषक तत्वों से भरपूर है। इसका बोटैनिकल नाम "pueraria tuberosa" है। इसका सेवन बुखार, दर्द, गठिया के इलाज में किया जा सकता है। यह प्रजनन क्षमता को बढ़ावा देने के लिए भी उपयोगी है। इस लेख के माध्यम से हम विदारीकंद के फायदों के बारे में चर्चा करेंगे।
विदारीकंद के सेवन से नही होंगी यह 5 समस्याएं
1. त्वचा के लिए लाभदायक (Beneficial for skin)
विदारीकंद एक ऐसी जड़ी-बूटी है जो त्वचा के लिए भी काफी लाभदायक होती है। यह एंटीऑक्सीडेंट्स गुणों से भरपूर होती है, जो त्वचा को फ्री रेडिकल्स से होने वाली हानि से बचाव करती है। यह एजिंग से संबंधित लक्षणों को भी कम करने के में मददगार है।
2. मूत्र विकारों को दूर करे (Relieves urinary disorders)
यदि आपको पेशाब से जुड़ी समस्याएं हैं तो ऐसे में विदारीकंद लाभदायक हो सकती है। इसका इस्तेमाल पेशाब करते समय दर्द, जलन, खुजली आदि स्थितियों में किया जा सकता है। यह एंटी-माइक्रोबियल और एंटी-बैक्टीरियल गुणों से भरपूर होती है। इसके गुण मूत्र विकारों से बचाव के साथ संक्रमण से भी बचाव करते हैं।
3. जल्दी घाव भरने में असरदार (Effective in wound healing)
विदारीकंद में एंटी-इंफ्लेमेटरी और दर्द निवारक गुण होते हैं। यह घाव को ठीक करने में उपयोगी होती है। इसके अलावा, यह मुंह के छालों को जल्दी ठीक करने के लिए भी लाभदायक है। विदारीकंद उन जड़ी-बूटियों में से है जिसमे एस्ट्रिजेंट गुणों भी होते हैं जो घाव के कारण होने वाली सूजन को कम करने में फायदेमंद है।
4. इम्युनिटी बढ़ाए (Boost immunity)
विदारीकंद में एंटीऑक्सीडेंट्स गुण भरपूर मात्रा में होते हैं। इसमें ऐसे पोषक तत्व भी पाए जाते हैं, जो इम्युनिटी को बढ़ाने में मदद करते हैं। विदारीकंद शरीर को बैक्टीरिया व वायरस से लड़ने में मदद कर सकती है। इसमें एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-वायरल और एंटी-फंगल गुण भी मौजूद होते हैं जो सर्दी-जुकाम, गले की खराश का इलाज कर सकते हैं।
5. दूध का उत्पादन बढ़ाये (Increase breast milk production)
विदारीकंद के सेवन से प्रोलैक्टिन और कॉर्टिकोइड्स का उत्पादन बढ़ता है जिससे दूध का उत्पादन बढ़ जाता है। यह नई माताओं के लिए लाभदायक होता है। स्तनपान कराने वाली माताओं को डॉक्टर के परामर्श के बाद ही इसका सेवन करना चाहिए।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।