जड़ी-बूटियों में अकरकरा (Anacyclus pyrethrum) का नाम बहुत प्रसिद्ध है। आयुर्वेद में इसका उपयोग कई उपचारो में किया जाता है। आपको बता दे कि अकरकरा के औषधीय गुण अनगिनत हैं। उपचार के लिए, अकरकरा का चूर्ण और पाउडर दवाओं में इस्तेमाल किया जाता है। यह दांत दर्द, सिरदर्द, मुँह की बदबू, हिचकी आदि जैसी समस्याओं को दूर करने में उपयोग किया जाता है। इस लेख में अकरकरा के औषधीय गुण से जुड़ी जानकारी दी गयी है।
अकरकरा के 5 औषधीय गुण
1. सिरदर्द में उपयोगी (Useful in headache)
आज के समय में भागदौड़ भरे जीवन से सभी परेशान है, ऐसे में तनाव के कारण सिरदर्द होना आम है। सिरदर्द में अकरकरा का उपयोग फायदेमंद माना जाता है। इसका उपयोग घरेलू उपचार में किया जाता है। उपयोग के लिए, आप अकरकरा के फूल या जड़ को पीसकर, हल्का गर्म करके इस लेप को माथे पर लगाएं। इससे सिरदर्द में आराम मिलेगा।
2. दांत दर्द होने पर (Treats toothache)
यदि आप दांत दर्द की समस्या से परेशान हैं तो ऐसे में अकरकरा का सेवन बहुत फायदेमंद है। उपयोग के लिए - 10 ग्राम अकरकरा के फूल या जड़, 1 ग्राम सेंधा नमक और 2 ग्राम कपूर एक साथ मिलाएं। इनको पीसकर चूर्ण बना लें। इस चूर्ण से मंजन करने से आपके दांतो के दर्द में जल्दी आराम आएगा। दांत दर्द की समस्या में अकरकरा की जड़ के साथ हल्दी और सेंधा नमक मिलाकर पीसें। इस मिश्रण में सरसों का तेल मिलाकर दर्द वाली जगह पर मलें, यह दर्द निवारक के रूप में काम करेगा।
3. मुँह की दुर्गन्ध से जुड़ी समस्याओं में (Treats bad mouth odour)
अकरकरा का उपयोग मुँह की दुर्गन्ध दूर करने के लिए फायदेमंद है। उपयोग के लिए, आप अकरकरा के साथ नागरमोथा, माजुफल, भुनी हुई फिटकरी, काली मिर्च और सेंधा नमक को पीस लें। यह मिश्रण मंजन के रूप में इस्तेमाल करें। इससे मंजन करने से मुँह की दुर्गन्ध दूर हो जाती है, प्रतिदिन इस्तेमाल से मसूड़ों और दांतों से सम्बंधित सभी रोग ठीक हो जाएंगे।
4. लगातार हिचकी की समस्या में (Treats Hiccups)
लगातार हिचकी आना कष्टदायक हो सकता है। ऐसे में अकरकरा का उपयोग फायदेमंद माना जाता है। उपयोग के लिए- हिचकी आने पर 1 ग्राम अकरकरा के चूर्ण को शहद में मिलाकर सेवन करने से हिचकी की समस्या ठीक हो सकती है।
5. कंठ के स्वर के लिए (Good for vocals)
यदि आप अपने बच्चे के कंठ स्वर का ख्याल रखना चाहते हैं या उसे सुरीला बनाना चाहते हैं तो अकरकरा इसमें आपकी मदद कर सकता है। उपयोग के लिए - अकरकरा के चूर्ण की 250 मिलीग्राम मात्रा के सेवन से बच्चों का कंठ सुरीला हो सकता है। आप अकरकरा के फूल को मुँह में रखकर चूस भी सकते हैं।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।