दुनिया में ऐसे तमाम लोग हैं जो चिंता और तनाव में अपनी जिंदगी बिता रहे हैं. इस सोच के साथ के उनकी जिंदगी की समस्या हल होते ही सारी चिंताए और तनाव खत्म हो जायेंगे और ऐसा सोचते-सोचते पूरी जिंदगी निकल जाती है. जिसका नतीजा ये निकलता है की हममे से ज्यादातर लोग जिन्दगी भर मानसिक पीढ़ा का शिकार रहते हैं.
प्राकृतिक उपचार आम तौर पर अधिक पारंपरिक चिकित्सा उपचारों के साथ उपयोग करने के लिए सुरक्षित होते हैं। हालांकि, आहार में परिवर्तन और कुछ प्राकृतिक पूरक चिंता-विरोधी दवाओं के काम करने के तरीके को बदल सकते हैं, इसलिए इन समाधानों को आजमाने से पहले डॉक्टर से परामर्श करना आवश्यक है। एक अच्छी सोच आपके मानसिक स्वास्थ के लिए सर्वुचित है.
चिंता और तनाव के लिए 4 प्राकृतिक उपचार
1. व्यायाम (excercise):
व्यायाम जिंदगी और एक स्वस्थ मानस के लिए बेहद जरूरी है. ये हमारे शरीर से टोक्सिंग्स को बहार निकलती है और शरीर में खून का बहाव को स्थिर कर शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा बढाती है. जिससे हम बेहद उर्जावान और स्वस्थ महसूस करते है. वैसे तो आप अपने अनुसार किसी भी व्ययायम तकनीक को आजमा सकते हैं पर मैं आपको योगा चुनने की सलाह दूंगी जोकि बेहद सरल और सबसे अधिक लाभ देता है,
2. टाइम मैनेजमेंट:
टाइम मैनेजमेंट आसन नही है, हाला की ये लोगों को आसान लगता है और फिर वो उसे नही कर पाते. जिसकी वजह से उनकी जिंदगियां काफी उलझी रहती है और ये भी एक बड़ा कारण है उनके मानसिक समस्या का.
चिंता इंसान को किसी घुन की तरह कुरेदती है. एक समझदार इंसान वो है जो जिंदगी के हर काम को अपने समय अनुसार व्यवस्तित कर ले. ऐसा कर के जिंदगी आसन और मानस प्रसन्न रहता है.
3. ध्यान लगाना (Meditation):
ध्यान आपके मन में घेर कर रहे तमाम विचारों को केन्द्रित कर धीमा करने में मदद कर सकता है, जिससे तनाव और चिंता को प्रबंधित करना आसान हो जाता है। योग के दौरान आपका दिमाग शून्य होने लगता है और यही वजह है की लोग ध्यान कर अपने मानस को शांत करते है. ये आपकी सोचने समझने की ताकत को बढ़ता है और आपका अंतर मन भी शांत रखता है.
4. बच्चों और पालतू जानवरों के साथ समय बिताना:
बच्चे और घर मे मौजूद पालतू जीव आपके मन को शीतलता प्रदान करते हैं. इनका मन साफ़ और आपके लिए निस्वार्थ प्रेम की भावना रखता है. ये एक घाव के भरने जैसा प्रतीत होता है. ये आपको अंदर से खुश और लचीला बनाता है. जिसके कारण आपका मानसिक स्वास्थ ठीक रहता है और आप प्रफुलित महसूस करते हैं.
5. किताब लिखना (Dairy Writing):
किताब लिखना आपको एक आम बात ज़रूर लगती होगी पर यकीन मानिये ये आपके मानस की प्रसंता और जिंदगी में चिंताओं और तनाव को तेज़ी से कम करने की एक लाजवाब तकनीक है. पहले के समय में जब इंसान के पास कुछ ख़ास मनोरंजन का माध्यम नही था, जिससे वो अपनी चिंताओं को भुला कर थोड़ा मानसिक ख़ुशी हासिल कर पाए. तब से ये थरेपी चली आ रही है .
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।