बुखार किसी को भी हो सकता है और बदलते मौसम में इसके होने की संभावना बढ़ जाती है। आज कल के दौर में क्या आप अपनी सेहत को लेकर ये दावा कर सकते हैं कि आपको कोई बीमारी जिसमें बुखार प्रमुख है, नहीं होगी? जाहिर सी बात है कि इस बात का दावा कोई नहीं कर सकता है।
अगर आपको भी बुखार लग रहा है तो इसका अर्थ है कि आपकी सेहत को नुकसान हो रहा है। ये बात ध्यान रखें कि कोई भी चीज एकदम से नहीं होती है फिर चाहे वो बीमारी हो या आपका आर्थिक पतन एवं संकट। सेहत को ठीक रखने के लिए शरीर हर बीमारी या परेशानी के आने से पहले उसके लक्षणों को दर्शाती है।
जब हम उन लक्षणों पर ध्यान नहीं देते हैं तो हमें परेशानी का सामना करना पड़ता है। ऐसे में आइए आपको उन लक्षणों के बारे में बताते हैं जिनको जानकर आप बुखार को आने से पहले ही उसकी रोकथाम कर लेंगे। इससे आपकी सेहत को काफी लाभ होगा जो एक बेहद अच्छी बात है।
बुखार के 5 लक्षण: Bukhaar Ke 5 Lakshan
पेट में होने लगती है गड़बड़: Stomach issues
पेट को बीमारियों और सेहत का केंद्र कहा जाता है। यही वजह है कि हर इंसान को बीमारी होने पर सबसे पहले खाने को बदलने के लिए कहा जाता है। इसमें खिचड़ी प्रमुख है और ये एक बड़ी बात है। आखिरकार खिचड़ी का इस्तेमाल क्यों होता है? इससे आपका पेट सही रहता है क्योंकि ये हलकी होने के साथ साथ सेहत को जरूरी मिनरल्स प्रदान करती है। बुखार से पहले आपके पेट में गड़बड़ होने लगेगी।
सर में होता है दर्द: Headache
सर में दर्द होना आज कल की भागदौड़ भरी जिंदगी का एक अहम हिस्सा है। अगर आपको सर में दर्द का अनुभव हो रहा है तो ये एकदम नॉर्मल है। वहीं जब ये बुखार से पहले होगा तो ये रुक रुककर या कई बार बहुत अधिक स्तर का होगा। इस बात का ध्यान रखें कि हर बीमारी आपके केंद्रीय तत्वों पर असर डालती है।
आवाज में आता है परिवर्तन: Voice changes
आवाज में बदलाव होना एक आम बात नहीं है। ऐसा सिर्फ जलवायु परिवर्तन पर होता है क्योंकि हर जगह की जलवायु अलग होती है। अगर आपकी आवाज में बदलाव आ रहा है तो इसका अर्थ है कि आपको बीमारी होने वाली है। ऐसे कई लोग हैं जिन्हें बुखार के बाद जुखाम होने का अंदेशा होता है लेकिन कहानी इससे उलट है।
तापमान में होने लगता है बदलाव: Fluctuated temprature
तापमान में बदलाव होना एक आम घटना नहीं है। तापमान में, खासकर शरीर के तापमान में बदलाव सिर्फ तब होता है जब आपका शरीर बीमार होने वाला होता है। इसलिए अपनी सेहत का ध्यान रखें और तापमान में होने वाले किसी भी बदलाव को नजरअंदाज ना करें। इसकी तुरंत जांच करवाएं।
कमजोरी: Weakness
शरीर का कोई भी अंग अगर महज कुछ पलों के लिए काम ना करे तो कमजोरी होना लाजमी है। इसलिए अगर आपको भी इस तरह की दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है तो आज ही डॉक्टर को दिखाएं और दवाई लें। ये बात ध्यान रखें कि जब उपरोक्त में से कई एक लक्षण दिखें तब ही उसे बुखार के लक्षण के रूप में मानें क्योंकि आज कल की दुनिया में कई बीमारियाँ या दिक्कतें होना तो आम है।
(डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए है, इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रुप में नहीं लिया जा सकता। कोई भी स्टेप लेने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श जरूर कर लें।)