आलू (Potato) सब्जियों में सबसे लोकप्रिय होती है।। इसके लाभों के बारे में तो अपने सुना ही होगा लेकिन क्या आप आलू के रस के बारे में जानते हैं? आलू के रस का उपयोग कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं के उपचार के लिए किया जा सकता है। इसका उपयोग घरेलू उपाय में भी किया जाता है। यह लेख आपको आलू के रस के उपयोग, फायदे और नुकसान (Uses, Benefits and Side-Effects Of Potato Juice) के बारे में बताने जा रहा है।
आलू के रस के 5 उपयोग, 5 फायदे और 5 नुकसान
आलू के रस का उपयोग : Use Of Potato Juice In Hindi
1. सब्जियों के जूस के साथ आलू का रस मिलाकर भी सेवन किया जा सकता है।
2. त्वचा पर आलू के रस लगाकर फायदे ले सकते हैं।
3. बालों के लिए आलू के रस का उपयोग किया जा सकता है।
4. सूजन होने पर भी आलू के रस और हल्दी का उपयोग गुणकारी माना जाता है।
5. खाना खाने के कुछ समय पहले एक चम्मच आलू का रस गुनगुने पानी के साथ ले सकते हैं।
आलू के रस के फायदे : Benefits Of Potato Juice In Hindi
1. आलू का रस बालों को प्राकृतिक तौर पर स्वस्थ बनाये रखने में मदद करता है। आलू के रस को नहाने से पहले बालों में लगाने से बालों के विकास में मदद मिलती है, इसे बालों में लगा कर फिर शैम्पू से धो लें।
2. त्वचा पर आलू के रस को लगाने से निखार और सनबर्न की समस्या का इलाज हो सकता है। आलू के रस में विटामिन B, विटामिन C, पोटैशियम, मैग्नेसियम, फॉस्फोरस और जिंक आदि मौजूद होते हैं, जिनके कारण यह त्वचा के लिए लाभकारी होता है।
3. वजन कम करने की चाहत रखने वाले लोगों के लिए कच्चे आलू का रस फायदेमंद होता है। इसमें मौजूद एंटी-ओबेसिटी गुण होते हैं जो वजन कम करने और नियंत्रित करने में सहायक हो सकते हैं।
4. आलू का रस गुनगुने पानी के साथ सेवन करने से सीने की जलन को कम करने में मदद करता है, जो कि पेट के एसिड बढ़ने की वजह से होती है।
5. आलू का जूस गठिया के इलाज में भी मदद कर सकता है। उपयोग के लिए, खाना खाने से पहले एक से दो चम्मच आलू का रस पीने से लाभ मिलते हैं।
आलू के रस के नुकसान : Side-Effect Of Potato Juice In Hindi
1. आलू के रस का अधिक सेवन करने से डायबिटीज का खतरा बढ़ सकता है, ऐसे में इसकी अधिक मात्रा के सेवन से बचें।
2. आलू पोटैशियम का अच्छा स्रोत है। शरीर में पोटैशियम की अधिकता को हाइपरकलेमिया (Hyperkalemia) का कारण माना जाता है, जिसकी वजह से उलटी, सीने में दर्द-जलन, मतली, सांस लेने में तकलीफ होना आदि समस्याएं हो सकती हैं।
3. सड़ चुके आलू में मायकोटॉक्सिन (Mycotoxins) पाए जाते हैं जो लिवर के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होते हैं। इसी कारण से केवल ताजे आलू का उपयोग करें।
4. आलू में ग्लाइकोकलॉइड होते हैं जो अत्यधिक विषाक्तता पैदा कर सकते हैं।
5. आलू पर पड़े हरे धब्बे एक प्रकार की टॉक्सिसिटी होती है, यदि इनका सेवन किया जाए तो उलटी, पेट दर्द, सिरदर्द, दस्त, चक्कर आना जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।