पालक एक बेहतरीन सब्जी है, जिसका सेवन शरीर के लिए बेहद फायदेमंद होता है। इसमें कई प्रकार के पोषक तत्व मौजूद होते हैं जो शरीर के लिए फायदेमंद है। इसके अलावा पालक का प्रयोग औषधीय रूप में भी किया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं पालक (palak side effects) का अत्यधिक मात्रा में सेवन करने से गंभीर बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है। जानते हैं पालक के अत्यधिक सेवन करने से होने वाले नुकसान।
पालक खाने के नुकसान (side effects of spinach in hindi)
पेट की समस्या - पालक में अच्छी मात्रा में फाइबर पाया जाता है। भले ही फाइबर पाचन के लिए जरुरी है लेकिन शरीर को इसका आदी होने में समय लगता है, इसीलिए पालक का अधिक सेवन शरीर के लिए खतरनाक होता है और इससे पेट में दर्द और गैस की शिकायत बनी रहती है।
डायरिया की समस्या में - अगर आप पालक (spinach) का अत्यधिक सेवन करते हैं, तो इससे पेट में गैस की परेशानी हो सकती है। जब पालक के साथ ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन करते हैं जिनमें फाइबर की मात्रा अधिक होती है, तो पेट दर्द और बुखार के साथ-साथ लूज मोशन की समस्या शुरू हो जाती है जिस कारण शरीर में पानी की कमी हो जाती है।
गठिया रोग में - पालक में प्यूरीन की मात्रा अधिक होती है। जो शरीर में मेटाबोलिज्म को बढ़ा देती है। इसकी वजह से शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती है। इसलिए अगर किसी व्यक्ति को गठिया जैसी बीमारी है तो उसे पालक का सेवन बंद कर देना चाहिए।
पथरी की समस्या - अगर किसी व्यक्ति को पथरी की समस्या है तो उसके लिए पालक का सेवन हानिकारक हो सकता है। क्योंकि इसमें ऑक्सालेट होते हैं। बता दें कि इससे किडनी स्टोन की समस्या भी सकती है।
टॉक्सिन्स की मात्रा बढ़ जाती है - अधिक मात्रा में पालक का सेवन करने से शरीर में टॉक्सिन्स बढ़ने लग जाते हैं। इसलिए व्यक्ति को अधिक पालक का सेवन करने से बचना चाहिए।
शरीर में एलर्जी - आपको बता दें, हरी पत्तेदार सब्जियों में हिस्टामाइन होता है और ज्यादा मात्रा में पालक खाने से ये शरीर में एलर्जी का कारण बन सकता है।
शरीर में होती है थकावट - अगर कोई व्यक्ति एक दिन में अधिक मात्रा में पालक का सेवन करता है तो इससे शरीर में थकावट होने लगती है। ज्यादा पालक खाने से व्यक्ति अपनी एनर्जी खोने लगता है और दिनभर सुस्ती छाई रहती है।
पोषक तत्वों की कमी - बता दें पालक में पोषक तत्व अच्छी मात्रा में मौजूद होते हैं, लेकिन इसमें मौजूद ऑक्सालिक एसिड पौधों में प्राकृतिक रूप से पाया जाने वाला तत्व है। जब शरीर में इस तत्व की मात्रा सामान्य से ज्यादा हो जाती है तो यह बॉडी में मौजूद अन्य मिनरल्स को अवशोषित करने की क्षमता को प्रभावित करता है।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।