ब्रेन हमारे शरीर का सबसे अहम हिस्सा होता है। ब्रेन के जरिए शरीर के विभिन्न अंगो के कार्यों का नियंत्रण होता है। आजकल गलत खान पान, दिनचर्या या फिर जैनेटिक कारणों की वजह से कुछ लोगों में ब्रेन में ट्यूमर बन जाता है। ब्रेन ट्यूमर (Brain tumor), मस्तिष्क में असामान्य कोशिकाओं की वृद्धि होने से होता है। कुछ ब्रेन ट्यूमर कैंसर रहित होते हैं, और कुछ ब्रेन ट्यूमर घातक होते हैं। ब्रेन के जिस हिस्से में ट्यूमर होता है उस हिस्से से ब्रेन से नियंत्रित होने वाला शरीर प्रभावित होता है।
ब्रेन ट्यूमर के लक्षण
सिरदर्द (Headache) - ब्रेन के किसी भी पार्ट में अगर ट्यूमर बनता है तो, उस जगह बहुत अधिक दर्द महसूस होता है।
उल्टी होना (Vomiting) - अगर ब्रेन में गांठ होती है तो, उल्टी आती है।
मूड में बदलाव ( Mood Swing)- ब्रेन ट्यूमर में मूड का पल-पल बदलना शुरु हो जाता है। ट्यूमर के कारण ये मूड स्विंग होते हैं।
बोलने में परेशानी (Difficulty in Speaking) - जिस व्यक्ति को ट्यूमर है, उसे बोलने में परेशानी हो सकती है, वो व्यक्ति बोलते-बोलते हकला सकता है या फिर पल-पल में बातों को भी भूल सकती है।
संतुलन की समस्या (Problem in making balance) - यदि किसी को ब्रेन ट्यूमर हो तो, उस व्यक्ति को संतुलन करने में काफी परेशानी हो सकती है। यानी की उस व्यक्ति के सोचने और काम करने क बीच में संतुलन नहीं बनता और यही कारण है कि वो व्यक्ति काम करने में असमर्थ हो जाता है।
सुनने में परेशानी (Hearing problem) - ट्यूमर में सुनने की क्षमता पर भी प्रबाव पड़ता है।
सीजरस (Seizures) - इसमें व्यक्ति को दौरे भी पड़ सकते हैं।
नींद न आना (Insomnia) - सिर दर्द की वजह से नींद आने में भी बहुत परेशानी हो सकती है।
सिर का बढ़ता हुआ आकार (Enlargement of head) - जिस जगह ट्यूमर होता है, वहां के सिर का आकार बढ़ने लग जाता है।
इस बात का हमेशा ध्यान रखना चाहिए कि कभी भी ऐसी कोई परेशानी हो तो, तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें, थोड़े समय की भी देरी परेशान कर सकती है।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।