आमवात की समस्या होने पर लोगों को भोजन में अरुचि, अधिक आलस्य, बुखार, विभिन्न अंगों में सूजन, कमर और घुटनों में दर्द जैसा परेशानी होती है। इसके साथ ही शरीर के दूसरे अंगों में भी सूजन और दर्द हो सकता है। बच्चों की बात करें तो आमवात की पहली अवस्था में उन्हें बुखार होता है । उसके बाद जोड़ों में थोड़ा दर्द होता है। फिर धीरे-धीरे हृदय (दिल) पर इसका प्रभाव होता है। वहीं दूसरी अवस्था में वयस्क व्यक्ति में शरीर के बहुत से जोड़ इस रोग से प्रभावित हो जाते हैं और उनमें दर्द होता है। जानते हैं आमवात का उपचार।
आमवात का घरेलू उपचार : Amavat Ka Gharelu Upchar In Hindi
अदरक का सेवन - आमवात के रोग में मरीज को अदरक का सेवन करना चाहिए। इससे जल्द आराम मिलता है।
हल्दी का सेवन - आमवात के रोग में हल्दी को घी में भूनकर इसका सेवन करना चाहिए।
मेथीदाना का चूर्ण - अगर किसी को आमवात की परेशानी हैं, तो ऐसे में उसे छह ग्राम मेथी दाने का चूर्ण और सौ ग्राम गुड़ लेकर इसे पानी में घोलकर शर्बत की तरह पी लें। इससे जोड़ों के दर्द में लाभ होगा। साथ ही यह नुस्खा गठिया-जैसे रोग को भी दूर करता है।
आमवात रोग होने का कारण - Amavat Rog Hone Ka Karan In Hindi
अगर अनियमित रूप से गर्म मिर्च-मसालों से बनी चीजों का सेवन अधिक मात्रा में किया जाए तो इससे आमवात की समस्या होती है।
जिन लोगों की पाचन शक्ति कमजोर होती है और व्यायाम का अभाव व ऐशो आराम वाला जीवन, तेल घी वाले व्यंजन व मांस आदि का अत्यधिक मात्रा में सेवन करते हैं तो इससे आमवात का निर्माण होता है, जो इस बीमारी का मुख्य कारण है।
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