डिहाइड्रेशन से बचाव के लिए आयुर्वेदिक उपचार - Dehydration Se Bachav Ke Liye Ayurvedic Upchar

डिहाइड्रेशन से बचाव के लिए आयुर्वेदिक उपचार (फोटो - sportskeedaहिन्दी)
डिहाइड्रेशन से बचाव के लिए आयुर्वेदिक उपचार (फोटो - sportskeedaहिन्दी)

गर्मियों के मौसम में, डिहाइड्रेशन की समस्या होना आम है। आमतौर पर ज्यादा देर तक गर्मी में रहने और उस दौरान पर्याप्त मात्रा में पानी ना पीने से निर्जलीकरण (Dehydration) की समस्या होती है। इसके अलावा ज्यादा देर तक कसरत करने, बार-बार पेशाब करने से, तेज बुखार होने से, कई बार दस्त होने से और कुछ अन्य बीमारियों की वजह से भी शरीर में पानी की कमी हो सकती है।

अगर आप सही समय पर डिहाइड्रेशन का उपचार नहीं करते हैं तो आगे चलकर आपकी मुश्किलें काफी बढ़ सकती हैं। इस समस्या के लिए अनेक उपाय है लेकिन ऐसे में आयुर्वेदिक उपचारों का चयन करना अधिक लाभदायक होगा। इस लेख में डिहाइड्रेशन के आयुर्वेदिक उपचार बताए गए हैं। नीचे कुछ खाद्य पदार्थो का सुझाव दिया गया है जो इस बीमारी में आपके लिए फायदेमंद होंगे, इन्हे जानने के लिए आगे पढ़ें।

डिहाइड्रेशन से बचाव के लिए आयुर्वेदिक उपचार - Dehydration Se Bachav Ke Liye Ayurvedic Upchar In Hindi

1. तुलसी (Tulsi)

तुलसी में बहुत अधिक औषधीय गुण होते हैं और इसी वजह से इसका इस्तेमाल कई तरह की बीमारियों के इलाज में किया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार अपने देश में इस पौधे की पूजा भी की जाती है। डिहाइड्रेशन के कारण होने वाले पेट दर्द से आराम दिलाने में तुलसी की पत्तियां अहम भूमिका निभाती हैं। डिहाइड्रेशन होने पर यह शरीर के तापमान को ठंडा बनाये रखने में मदद करती हैं।

2. सौंफ (Fennel seeds)

डायरिया की समस्या होने पर पानी की कमी हो जाती है और रोगी डिहाइड्रेशन के शिकार हो जाते हैं। ऐसे में सौंफ उनके लिए बहुत फायदेमंद साबित होती है। आयुर्वेद के अनुसार सौंफ की तासीर ठंडी होती है और यह डायरिया के लिए ज़िम्मेदार बैक्टीरिया को खत्म करने में मदद करती है जिससे डिहाइड्रेशन की समस्या से बचाव होता है। आधा चम्मच सौंफ को एक लीटर पानी में उबालकर सौंफ का पानी बना लें। इसे ठंडा करने के बाद रोजाना दिन में तीन से चार बार एक कप पिएं।

3. गुड़हल (Hibiscus)

आयुर्वेद में गुड़हल के फूल को काफी उपयोगी माना गया है। गुड़हल की पत्तियों से बनी चाय आपको कई बीमारियों से दूर रखती है। इस फूल में विटामिन सी की मात्रा काफी अधिक होती है और शरीर में पानी की कमी होने पर इसका सेवन करना बहुत फायदेमंद होता हैं। यह डिहाइड्रेशन के लक्षणों को तेजी से कम करती है। एक चौथाई कप पानी लें उसमें एक चौथाई कप गुड़हल की पत्तियां और कुछ गुलाब की पत्तियां डालें और उबाल कर चाय बना लें। एक कप इस चाय में एक चम्मच एलोवेरा जूस मिलाकर रोजाना दिन में दो बार इसका सेवन करें।

4. गन्ने का जूस (Sugarcane Juice)

गन्ने के जूस में कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटैशियम, आयरन और मैगनीज जैसे ज़रुरी पोषक तत्व काफी अधिक मात्रा में पाए जाते हैं। डिहाइड्रेशन होने पर शरीर में इन पोषक तत्वों की बहुत कमी हो जाती है। गन्ने के जूस का सेवन करने से आपको ये सभी इलेक्ट्रोलाइट वापस मिल जाते हैं। एक कप गन्ने के रस में बराबर मात्रा में पानी मिलाकर जूस को पतला कर लें और दिन में दो से तीन बार इसका सेवन करें।

5. गिलोय जूस (Giloy Juice)

अधिकतर मामलों में पाचन से जुड़े संक्रमण के कारण ही मरीज को डिहाइड्रेशन की समस्या होती है। ऐसे में गिलोय का जूस पीना काफी फायदेमंद होता है। इससे शरीर की इम्युनिटी पावर बढ़ती है और मरीज को जल्दी आराम मिलता है। आजकल बाज़ार में गिलोय का रस आसानी से उपलब्ध है। दो से तीन चम्मच गिलोय के रस में बराबर मात्रा में पानी मिलाकर रोजाना दिन में एक बार इसका सेवन करें।

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।

Edited by Vineeta Kumar
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