Ayurvedic Remedy for thyroid in hindi: आज के समय में गलत खानपान और खराब लाइफस्टाइल के चलते कई बीमारियां आम बनती जा रही हैं। डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, मोटापा के साथ ही थायराइड के भी मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि होती जा रही है। इस समस्या के हो जाने पर अपने खानपान पर विशेष ध्यान देना पड़ता है। ये दो तरह की बीमारी होती है। हाइपो थायराइड और हाइपर थायरायड। एक में शरीर में सूजन आती है तो दूसरे में शरीर पतला होता जाता है। आयुर्वेद के अनुसार वात, पित्त और कफ की समस्या के कारण ज्यादातर लोगों को थायराइड की समस्या हो जाती है। ऐसे में आप कुछ आयुर्वेदिक उपायों को अपना कर इस समस्या से काफी हद तक राहत पा सकते हैं।
थायराइड से निजात पाने के लिए अपनाएं आयुर्वेदिक उपाय- thyroid se Nijat Pane ke liye apnaye Ayurvedic upay in hindi
एलोवेरा और आंवला का जूस (Aloe Vera and Amla Juice for thyroid)
एलोवेरा और आंवला शरीर की सेहत के लिए काफी फायदेमंद माने गए हैं। इन दोनों के जरिए कई समस्याओं से निजात पाया जा सकता है। थायराइड की भी समस्या में एलोवेरा और आंवला का जूस काफी फायदेमंद है। इसके लिए रोजाना सुबह खाली पेट एलोवेरा और आंवला जूस का सेवन करें।
साबुत धनिया का करें इस्तेमाल (Coriander to remove thyroid)
थायराइड की समस्या होने पर साबुत धनिये का इस्तेमाल करें, इससे काफी हद तक राहत मिल सकती है। इसके लिए एक गिलास पानी में 2 चम्मच साबुत धनिये को रात के समय में भिगोकर रख दें और सुबह इसे मसलकर उबाल लें। इसके बाद जब पानी का चौथाई भाग बच जाए तो इसे खाली पेट पी जाएं और साथ ही गर्म पानी में नमक डालकर गरारे करें। इससे थायराइड से काफी आराम मिल सकता है।
अश्वगंधा (Thyroid problem will be overcome by Ashwagandha)
थायराइड ग्रंथियों से निकलने वाले हार्मोन को संतुलित करने में अश्वगंधा काफी मदद करता है। अश्वगंधा एंटीऑक्सीडेंट से भरा होता है जो ग्रंथि को सही मात्रा में हार्मोन उत्पादन करने में मदद करता है। हार्मोन संतुलन के साथ ही यह इम्यून सिस्टम को भी मजबूत करने में मदद करता है।
अलसी के बीज (flaxseeds to get rid of thyroid)
अलसी के बीज वैसे तो सेहत के लिए काफी फायदेमंद होते हैं लेकिन, थायराइड में यह काफी असरकारी माना गया है। क्योंकि, इसमें ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है जो थायराइड हार्मोंस को संतुलित करने में लाभकारी होता है। ओमेगा-3 फैटी एसिड थायराइड ग्रंथि को सही तरीके से काम करने में मदद करती है। हाइपोथायरायडिज्म के रोगियों को अलसी का सेवन करना फायदेमंद होता है।
दही और दूध (Consume curd and milk in thyroid)
थायराइड की समस्या होने पर दही और दूध का अधिक सेवन करने की सलाह दी जाती है। दूध और दही में मौजूद कैल्शियम, मिनरल्स और विटामिन्स थायराइड से ग्रस्त रोगियों को स्वस्थ बनाने में मदद करता है।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।