महिलाएं अक्सर पीरियड्स से कुछ दिन पहले से चिड़चिड़ापन, ब्रेस्ट में दर्द या सूजन, पेट दर्द और कमर दर्द जैसी समस्याओं का अनुभव करने लगती है। ऐसा प्रीमेंसट्रूअल सिंड्रोम (पीएमएस) के कारण (Premenstrual Syndrome Causes In Hindi) होता है। पीएमएस के कारण महिलाओं को हर महीने इन समस्याओं का सामना करना पड़ता है, ऐसे में महिलाओं के दिमाग में सिर्फ एक ही ख्याल आता है कि पीएमएस के लक्षणों (Premenstrual Syndrome Symptoms In Hindi) को कैमे कम करें या इससे कैसे राहत पाएं। कुछ महिलाएं पीएमएस से राहत पाने के लिए दवाओं का सहारा लेती हैं, वहीं कुछ घरेलु नुस्खे आजमाती हैं। जानते हैं पीएमएस से छुटकारा (Ayurvedic Tips for Premenstrual Syndrome In Hindi) दिलाने के लिए आयुर्वेदिक उपाय।
प्रीमेन्स्ट्रूअल सिंड्रोम से छुटकारा पाने के लिए आयुर्वेदिक उपाय : ayurvedic tips for premenstrual syndrome in hindi
1 . भीगी हुए किशमिश और बादाम का सेवन करें।
2 . पीरियड्स से 2 सप्ताह पहले अलसी और कद्दू के बीज का सेवन शुरू करें। वहीं, दूसरे सप्ताह में 1 चम्मच सूरजमुखी के बीज और 1 चम्मच तिल के बीज का सेवन करें।
3 . मेडिटेशन (meditation) और प्राणायाम का अभ्यास करें।
4 . प्रतिदिन 40 मिनट पैदल चल सकते हैं, टहल सकते हैं, दौड़ सकते हैं, साइकिल चला सकते हैं, जिम जा सकते हैं, डांस (dance) कर सकते हैं जो भी आपको पसंद है आप वो काम कर सकते हैं।
5 . दिन में एक बार धनिया का पानी पिएं जरूर पिएं।
6 . रात में जल्दी सो जाएं। रात को 10 बजे तक सो जाना सबसे अच्छा है। हार्मोनल संतुलन, मेटाबॉलिज्म और इम्यूनिटी (immunity) को बेहतर बनाने के लिए अच्छी नींद लेना बहुत जरूरी है। रोजाना एक ही समय पर सोने से आपके शरीर को आराम और कायाकल्प करने के लिए पर्याप्त नींद मिलती है जो निश्चित रूप से होमोस्टैसिस को बनाए रखने में मदद करता है।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।