जिंक (Zinc) शरीर के लिए एक महत्वपूर्ण मिनरल है। यह शरीर में इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने, घावों को भरने, गर्भावस्था, बच्चों के विकास के साथ ही किशोरावस्था के दौरान बच्चों के विकास में एक अहम भूमिका निभाता है। जब आपके शरीर को भोजन से पर्याप्त मात्रा में जिंक नहीं मिलता है तो इससे शरीर में जिंक की कमी (Zinc Deficiency In Hindi) हो जाती है। जिंक की बच्चों में अधिक देखने को मिलती है। ऐसे में जरूरी है कि बच्चों में जिंक की कमी का पता कैसे लगा सकते हैं और इससे कैसे बचा जा सकता है? आइए जानते हैं।
बच्चों में जिंक की कमी के लक्षण (Zinc Deficiency In Children Symptoms In Hindi)
1 . भूख कम लगना
2 . कमजोर इम्युनिटी
3 . बार-बार सर्दी-जुकाम और संक्रमण होना
4 . बच्चों का धीमा विकास
5 . वजन और लंबाई नहीं बढ़ना
6 . बहुत सुस्ती महसूस करना
7 . मेमोरी कमजोर होना
8 . एकाग्रता में कमी
9 . बाल झड़ना
10 . चोट के घाव देर से भरना
जिंक की कमी से बचने के उपाय (How To Avoid Zinc Deficiency In Hindi)
बच्चों में जिंक की कमी न हो इसके लिए सबसे पहले हर किसी को जिंक की कमी के कारण (Causes Of Zinc Deficiency In Hindi) के बारे में जानना जरूरी है। जब आप पर्याप्त मात्रा में जिंक से भरपूर फूड्स (Zinc Rich Foods In Hindi) का सेवन नहीं करते हैं तो इसकी वजह से शरीर को जरूरत के अनुसार जिंक नहीं मिल पाता है, ज्यादा समय तक ऐसा होने पर शरीर में जिंक की कमी हो जाती है। लेकिन आप विभिन्न प्रकार के जिंक से भरपूर फूड्स को डाइट में शामिल करके पर्याप्त मात्रा में जिंक प्राप्त किया जा सकता है। जैसे कि - बीज, अनाज, नट्स, काजू, फलियां, मशरूम और दूध से बनी चीजें आदि।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।