दुनियाभर में ऐसे कई पौधे हैं, जो औषधीय गुणों से भरपूर हैं, लेकिन उनके बारे में हर किसी ने शायद ही सुना होगा। ऐसा ही एक फल है बहेड़ा। त्रिफला चूर्ण का नाम लगभग हर किसी ने सुना होगा। वहीं, त्रिफला को तीन फलों को मिलाकर बनाया जाता है। इसमें हरड़ और आंवला के अलावा बहेड़ा को भी मिलाया जाता है। हरड़ और आंवला की ही तरह स्वास्थ्य के लिए बहेड़ा के फायदे भी कई सारे हैं। यह फल टायफाइड (Typhoid) और डायबिटीज (Diabities) आदि बीमारियों में भी आपकी मदद करता है। विटामिन की प्रचुरता वाला बहेड़ा आपको कई संक्रमणों से भी दूर रखता है। जानते हैं बहेड़ा के फायदे।
बहेड़ा के फायदे – Benefits of Baheda in Hindi
दस्त की समस्या में - पेट से जुड़ी आम समस्याओं में से एक है दस्त की समस्या। अगर किसी व्यक्ति को एक दिन में तीन या तीन बार से ज्यादा दस्त होते हैं, तो इस स्थिति को डायरिया की समस्या कहा जाता है। ऐसे में, दस्त की इस समस्या में बहेड़ा फायदेमंद हो सकता है।
टाइफाइड में - टाइफाइड एक ऐसी गंभीर बीमारी है, जिसमें दस्त और बुखार आने की समस्या हो सकती है। यह बीमारी साल्मोनेला टाइफी (Salmonella Typhi) नामक बैक्टीरिया की वजह से हाती है। वहीं, बहेड़ा का उपयोग इस बीमारी में फायदेमंद हो सकता है। बहेड़ा में पाया जाने वाला एंटी-साल्मोनेला प्रभाव साल्मोनेला टाइफी नामक बैक्टीरिया की वजह से होने वाले टाइफाइड से बचाव या इसकी रोकथाम में लाभदायक हो सकता है। ऐसे में टाइफाइड से बचाव के लिए बहेड़ा को डाइट में शामिल करना एक अच्छा विकल्प हो सकता है।
मलेरिया होने पर - अगर किसी को मलेरिया हुआ है तो इसके प्रभाव को कम करने के लिए बहेड़ा का फल काफी हद तक फायदेमंद हो सकता है। यह मलेरिया की समस्या को कुछ हद तक कम करने में लाभदायक हो सकता है। इसके अलावा बहेड़ा के अर्क में एंटीप्लाजमोडियल प्रभाव (Antiplasmodial) अधिक पाया गया। यह प्रभाव बुखार और मलेरिया के इलाज के में फायदेमंद हो सकता है।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।