प्राचीन काल से जौ (Barley) का उपयोग कई कामों के लिए किया जाता रहा है। ऋषियों मुनियों के आहारों में जौ भी शामिल होता था। इससे आप समझ ही सकते हैं जौ कितना पौष्टिकारक आहार है। जौ गेंहूं के जाति का ही एक आहार है जिसको पीसकर आटा बनाकर खाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसमें मिनरल और विटामिन के साथ कई जरूरी पोषक तत्व जो पाए जाते हैं। यही वजह है कि इसे कई शारीरिक समस्याओं में भी उपयोगी माना गया है। इसलिए आयुर्वेद में जौ का इस्तेमाल कई बीमारियों के इलाज के लिए औषधि के रुप में किया जाता है। जौ पेट दर्द, भूख न लगने की बीमारी, अत्यधिक प्यास लगना, दस्त, सर्दी, जुकाम जैसे अनेक रोगों से राहत पाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। जौ के फायदे और नुकसान के बारे में जानने के लिए आगे पढ़ें।
जौ के फायदे और नुकसान (Jau Ke Fayde Aur Nuksan In Hindi)
जौ खाने के फायदे : Barley Benefits In Hindi
वजन घटाने में मददगार
जौ का दलिया खाने के फायदे में बढ़ते वजन को नियंत्रित करना भी शामिल है। इसलिए, बढ़ते वजन को कम करने की इच्छा रखने वाले लोग भी जौ को अपने आहार में जगह दे सकते है, जौ में बीटा-ग्लूकेन, रेजिस्टेंट स्टार्च, टोकोल्स, डायट्री फाइबर, पॉलीफिनोल्स, पॉलीसैकराइड और फाइटोस्टेरोल्स पाए जाते हैं। इन सभी तत्वों की मौजूदगी के कारण जौ के गुण में एंटीओबेसिटी (Anti-obesity) प्रभाव पाया जाता है।
पाचन शक्ति बढ़ाए और कब्ज को ठीक करे
जौ में मौजूद बीटा-ग्लूकेन और ब्यूटेरिक एसिड इस जौ के गुण के लिए अहम माने जाते हैं। इस आधार पर यह माना जा सकता है कि पाचन शक्ति को बढ़ाने के साथ ही कब्ज की समस्या से राहत दिलाने में भी जौ का दलिया खाने के फायदे मददगार हो सकते हैं।
हड्डियों और दांतों के स्वास्थ्य के लिए उपयोगी
हड्डियों और दांतों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के मामले में भी जौ का दलिया खाने के फायदे हासिल हो सकते हैं।
टाइप-2 डायबिटीज में सहायक
टाइप-2 डायबिटीज की समस्या से राहत पाने के लिए भी जो का आटा लाभकारी हो सकता है। फेलोलिक्स और बीटा-ग्लूकेन की मौजूदगी के कारण ही जौ के गुण में एंटीडायबिटिक (Anti-diabetic) प्रभाव पाया जाता है। जौ का यह प्रभाव टाइप-2 डायबिटीज की समस्या में राहत पहुंचाने का काम कर सकता है।
जौ खाने के नुकसान : Barley Side Effects In Hindi
- जौ में लैक्सेटिव (मल को मुलायम करने वाला) प्रभाव पाया जाता है। इस कारण इसका अधिक सेवन करने से दस्त की समस्या हो सकती है।
- जौ में एंटीडायबिटिक (Anti-diabetic) प्रभाव पाया जाता है। इस कारण डायबिटीज की दवा लेने वाले लोगों को इसके सेवन में सावधानी बरतनी चाहिए।
- जौ में कुछ एलर्जिक प्रभाव पाए जाते हैं, जिसके कारण इसके सेवन से कुछ बच्चों में एलर्जी की शिकायत हो सकती है।
- हालांकि, यह लैक्सेटिव प्रभाव के कारण कब्ज से राहत दिला सकता है, लेकिन स्टार्च की मौजूदगी के कारण इसका अधिक सेवन कुछ परिस्थितियों में कब्ज भी पैदा कर सकता है।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।