आमतौर पर हर कोई मैदे का इस्तेमाल करता है यह गेहूं का सफेद आटा होता है जो गेहूं के दाने के एंडोस्पर्म भाग से निकाला जाता है। मैदे का इस्तेमाल अक्सर पिज्ज, बर्गर, समोसा, नूडल्स, मोमोज, आदि में किया जाता है। मैदे से बने व्यंजन खाने में बेहद स्वादिष्ट होते हैं। मैदा भारत में दक्षिणी हिस्से के साथ-साथ पाकिस्तान में सबसे अधिक उपयोग किया जाता है। यह भारतीय पाक में आमतौर पर उपयोग किए जाने वाले तीन प्रकार के आटे में से एक है। आइए जानते हैं कैसे मैदा सेहत के लिए फायदेमंद हो सकता है।
कैसे बनता है मैदा-
मैदे को गेहूं से ही निकाला जाता है। सबसे पहले गेहूं को अच्छे से धो लिया जाता है। इसके बाद गेहूं की ऊपरी तह हता ली जाती है। गेहूं के सफेद भाग को खूब पीस लिया जाता है जो मैदा होता है।
मैदा खाने के लाभ-
वजन बढ़ाने के लिए- जो लोग अपने वजन को बढ़ाना चाहते हैं उनके लिए मैदा खाना अच्छा होता है लेकिन ज्यादा मात्रा में नहीं।
ग्लूटेन- अगर किसी को शरीर में ग्लूटेन की ज्यादा जरूरत हो तो उसे मैदे का सेवन करना चाहिए, लेकिन इसके ज्यादा सेवन से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
नोट- अगर हर कोई मैदा ना खाने की सलाह देता है। क्योंकि मैदा सेहत के लिए अच्छा नहीं माना जाता। इसके सेवन से पेट की कई समस्या होने लग जाती है। त्वचा पर मुंहासे देखने को मिलते हैं, कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है। कब्ज की परेशानी होने लगती है जैसे समस्या की वजह से लोग मैदे का कम सेवन करते हैं।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।