हरड़, हरीतकी (Myrobalan), जिसे Terminalia chebula के नाम से भी जाना जाता है। हरड़ एक बहुमुखी जड़ी बूटी है जिसका उपयोग सदियों से आयुर्वेदिक चिकित्सा में विभिन्न प्रकार की बीमारियों के इलाज के लिए किया जाता रहा है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-कैंसर गुण होते हैं। इसका उपयोग पाचन स्वास्थ्य, श्वसन स्वास्थ्य और त्वचा के स्वास्थ्य में सुधार के लिए किया जा सकता है। इसके फल, पत्ते और छाल का उपयोग विभिन्न औषधीय प्रयोजनों के लिए किया जाता है, जिससे पाचन संबंधी समस्याओं, श्वसन समस्याओं और त्वचा की स्थिति का इलाज शामिल है। आज इस लेख में हम हरड़ के फायदे और नुकसान के बारे में जानेंगे।
हरड़ के फायदे - Benefits of Harad
खांसी में फायदेमंद (Beneficial in cough) - खांसी की समस्या एक गंभीर समस्या है, जो फेफड़ों को पूरी तरह से कमजोर कर देती है। इस समस्या से निपटने के लिए आप हरड़ का इस्तेमाल कर सकते हैं। दरअसल इसमें एंटीट्यूसिव गुण (बलगम और खांसी को दूर करने वाला गुण) पाया जाता है। जो खांसी की समस्या में बहुत आराम पहुंचाता है। इसलिए इसका उपयोग खांसी को ठीक करने के लिए किया जा सकता है।
सांस की समस्या में फायदेमंद (Beneficial in respiratory problems) - सांस की समस्या बहुत गंभीर समस्या है। जिसमें सांस लेने में दिक्कत होती है। फेफड़ों में सूजन आने के कारण ये समस्या उत्पन्न होती है। हरीतकी में एंटी इंफ्लेमेटरी (सूजन कम करने वाला) प्रभाव पाया जाता है। इसलिए अस्थमा की समस्या में इसका सेवन करना फायदेमंद माना जाता है।
बवासीर की समस्या के लिए उपयोगी (Useful for piles problem) - हरीतकी में लैक्सेटिव (मल को पतला करने वाला) प्रभाव पाया जाता है, जो पेट की कई समस्याओं को दूर करने में मदद करती है। इतना ही नहीं, ये बवासीर की समस्या में राहत दिलाने का काम भी करता है। आप गर्म पानी के साथ एक चम्मच हरीतकी का चूर्ण का सेवन कर सकते हैं। इसको रात में ही सेवन किया जाना चाहिए।
पाचन में भी लाभदायक (Beneficial in digestion) - जिस तरह से बवासीर की समस्या में ये लाभदायक होता है। उसी तरह पाचन संबंधी परेशानी में भी ये काम आता है। जिन लोगों को भूख नहीं लगती, इसके सेवन से भूख का लगना शुरू हो सकता है। इसके सेवन से खाना आराम से पचता है। जिससे भूख बढ़ती है।
उल्टी की समस्या में दिलाए राहत (Relief in vomiting problem) - उल्टी की समस्या में भी हरड़ बहुत फायदे पहुंचाती है। हालांकि ये किस तरह से काम करती है। इसकी जानकारी अभी नहीं है। लेकिन उल्टी में इसके फायदे देखे गए हैं।
हरड़ से होने वाले नुकसान - Damage caused by Harad
हरड़ के ज्यादा सेवन करने से दस्त की समस्या पैदा हो सकती है
इसका ज्यादा सेवन पेट में गर्मी और एसिडिटी की परेशानी को भी बढ़ा सकती है।
गर्भवती महिलाओं और पित्त की समस्या से ग्रस्त लोगों को हरीतकी का सेवन न करने की सलाह दी जाती है।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।