आयुर्वेद में ऐसी कई जड़ी बूटियां हैं जो मनुष्य के पूरे स्वास्थ्य को अच्छा रखती है, इनमें से एक है छुआरे का गोंद जिसके बारे में बहुत ही कम लोगों को पता होता है। यह खजूर और छुहारे से कई गुना ज्यादा शक्तिवर्धक होता है। इसका सेवन कर आप अपने शरीर को काफी मजबूत बना सकते हैं इसके साथ ही यह आपको निरोगी बनाने में काफी मदद करता है।
आयुर्वेद में होता है इस्तेमाल
किसी पेड़ के तने को चीरा लगाने पर उसमें से जो स्राव निकलता है व सूखने पर भूरा और कड़ा हो जाता है उसे गोंद कहते हैं। यह शीतल और पौष्टिक होता है, इसमें उस पेड़ के ही औषधीय गुण भी होते हैं। आयुर्वेदिक दवाइयों में गोली या वटी बनने के लिए भी पाउडर की वाइंडिंग के लिए गोंद का इस्तेमाल किया जाता है।
सर्दियों के मौसम में खाना चाहिएसर्दियों के मौसम में इसे छुआरे का गोंद को दूध के साथ सेवन करने से शरीर पुष्ट होता है और निरोगी रहता हैं। इसके सेवन से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और शरीर वज्र के समान मजबूत हो जाता है, इसका सेवन करने से कई गंभीर बिमारियों से बचा जा सकता है।
शरीर को फौलाद बनाता है
छुआरे का गोंद के अलावा अगर आप से 5 छुहारा रात के समय पानी या फिर दूध में भिगोकर रख दें और सुबह उठकर उसे पानी या दूध में गर्म कर लें। अगर आपने उसे पानी में भिगोया है तो उस पानी को गर्म कर उसमें दूध मिलाकर सेवन करें। हालांकि, यह ध्यान रहे कि इसके बाद आपको एक्सरसाइज करना होगा खास कर वो एक्सरसाइज जिससे पसीना निकले। इसका फायदा यह होगा कि आपका शरीर फौलाद हो जाएगा और हड्डियों मजबूत होती हैं।
हड्डियां होती हैं मजबूत
अगर आपको घुटनों में दर्द है या हड्डियों का दर्द है या फिर शरीर में तमाम तरह का दर्द है तो छुआरे का गोंद का सेवन करें। हालांकि, आपको लगभग 3 महीने तक इसका सेवन करना होगा और सेवन करने के कुछ समय बाद ही आपको फर्क महसूस होने लगेगा।