आजकल किसी न किसी छोटी-मोटी बीमारियों का होना सामान्य हो गया है, मोटापा, सर्दी-खांसी, तनाव, डायबिटीज, इत्यादि। इसके अलावा भी कई बीमारियां हैं जो आम होती जा रही हैं। ऐसे में हम इन बीमारियों को घरेलू नुस्खे और जड़ी-बूटियों के जरिए ठीक कर सकते हैं। ओशाकारिष्ट एक ऐसी आयुर्वेदिक औषधि है जो कई स्वास्थ्य लाभों के लिए काफी उपयोगी है। अशोकारिष्ट एक आयुर्वेदिक औषधि है, जिसे अशोक के पेड़ के अर्क के साथ पानी, गुड़, धातकी (एक औषधीय पौधा), श्वेत जीरा और मुस्ता (एक विशेष जड़ी-बूटी) को मिलाकर तैयार किया जाता है। यह एक औषधि है, इसलिए इसे लेने की अवधि के बारे में डॉक्टर से जरूर सलाह लें।
अशोकारिष्ट पीने के फायदे जानिए विस्तार से :-
अशोकारिष्ट को खासकर महिलाओं से संबंधित कुछ विकारों में इस्तेमाल में लाया जाता है। इन विकारों में अनियमित मासिक चक्र, असंतुलित हार्मोन, पेट दर्द और कमर दर्द जैसी समस्याएं शामिल हैं। हालांकि, पुरुष भी इसे कई बीमारियों में उपयोग कर सकते हैं। शोर्ट में कहें तो अशोकारिष्ट का सेवन आपको पाचन और पेट से संबंधित कई बीमारियों से बचा सकता है। पेट दर्द, गैस अथवा अपच जैसी समस्याओं में इसका सेवन काफी फायदेमंद हो सकता है। इसके अलावा सामान्य दिनों में लगी रहने वाली पेट की किसी ना किसी समस्या से छुटकारा पाने के लिए भी अशोकारिष्ट काफी फायदेमंद होता है।
1. पेट दर्द
अशोकारिष्ट में कार्मिनेटिव (गैस से राहत दिलाने वाला) और डाइजेस्टिव (पाचन शक्ति बढ़ाने वाला) गुण पाया जाता है। अपच और गैस की वजह से होने वाले पेट दर्द में यह काफी लाभकारी है।
2. मासिक धर्म
अशोकारिष्ट के सेवन से महिलाओं में नियमित मासिक धर्म की प्रक्रिया बनी रहती है। साथ ही इस दौरान होने वाली दर्द की समस्या में भी काफी राहत मिलता है। अशोकारिष्ट महिलाओं को पोषण प्रदान कर खून और प्रजनन तंत्र को नियंत्रित करने के साथ बिगड़ी हार्मोनल स्थिति को भी ठीक करने में मदद करता है। मासिक दर्द के दौरान होने वाले कमर दर्द और पेट दर्द में भी राहत मिलता है।
3. प्रतिरोधक क्षमता को सुधारे
अशोकारिष्ट इम्यूनिटी के लिए भी काफी लाभकारी है। इसमें इम्यून मॉड्यूलेटर (प्रतिरोधक क्षमता को नियंत्रित करने वाला) गुण पाया जाता है। यह गुण कमजोर हुई शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को फिर से मजबूत करने में मदद कर सकता है।
4. अल्सर से दिलाए राहत
अशोक के पेड़ में एंटी-अल्सर (अल्सर से राहत दिलाने वाला) गुण मौजूद होता है और अशोकारिष्ट अशोक के पेड़ के अर्क से बनता है। ऐसे में अल्सर की समस्या में ये काफी उपयोगी है।
5. एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर
शरीर में मुक्त कणों की अधिकता कई गंभीर समस्याओं जैसे, प्रतिरोधक तंत्र विकार, हृदय विकार और तंत्रिका तंत्र संबंधी विकार का कारण बन सकती है। ऐसे में अशोकारिष्ट इसमें काफी लाभकारी है। दरअसल, अशोकारिष्ट में फिनोलिक यौगिकों से भरपूर होने की वजह से एंटीऑक्सीडेंट गुण मौजूद होते हैं जो शरीर को मुक्त कणों के प्रभाव से बचाने का काम करते हैं।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।