कृष्णा फल (Krishna fruit) का नाम शायद किसी ने सुना होगा। या फिर इस फल की जानकारी बहुत कम लोगों में होगी। कृष्णा फल दिखने में पीले या बैंगनी रंग का होता है, यह एक ब्राजीलियन फल है, जो पैसिफ्लोरेसी (Passifloraceae) परिवार का है। जिसे भारत में कृष्णा फल के नाम से जाना जाता है। ब्राजील के अलावा, यह दक्षिण अमेरिका, कैरिबियन, दक्षिण फ्लोरिडा, दक्षिण अफ्रीका और एशिया में भी इसकी खेती की जाती है। इस फल की विभिन्न प्रजातियां होती हैं, जिसमें से पीला और बैंगनी रंग का फल ज्यादातर पाया जाता है। यह फल का शेप गोल या अंडाकार होता है। अंग्रेजी में इस फल का नाम पैशन फ्रूट है। स्वास्थ्य के लिए यह फल बहुत लाभदायक होता है। लेकिन इसके कुछ नुकसान भी होते हैं। तो आइए जानते हैं कृष्णा फल के फायदे और नुकसान के बारे में।
कृष्णा फल के फायदे
हृदय को रखे स्वस्थ (Keep heart healthy) - हृदय को स्वास्थ्य रखने के लिए कृष्णा फल के फायदे देखे जा सकते हैं। इसमें पोटेशियम की काफी मात्रा पाई जाती है। कृष्णा फल शरीर में इलेक्ट्रोलाइट संतुलन को बनाता है और पूरे शरीर की मांसपेशियों और हृदय के कार्य को नियंत्रित करता है। साथ ही इसका छिलका भी हार्ट के लिए बहुत लाभदायक होता है। यह फल जिन लोगों को मधुमेह होता है उनमें हार्ट संबंधित परेशानी को ज्यादा ठीक करता है। साथ में इस फल में मौजूद फाइबर अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने में और बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है।
कैंसर के जोखिम को करे कम (Reduce the risk of cancer) - कृष्णा फल के जूस में एंटी कैंसर गुण होता है, जो गैस्ट्रिक कैंसर से बचाव करने में मदद करता है। इसके साथ ही इसमें मौजूद विटामिन ए और सी एंटीऑक्सीडेंट के कारण फ्री रेडिकल्स को बेअसर करती है और कैंसर से सुरक्षा दिलाता है। इसमें मौजूद फ्लेवोनोइड्स शरीर को कैंसर से बचाने में प्रभावी हो सकते हैं।
ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करे (Improve blood circulation) - पैशन फ्रूट के बीज में पिसेटानॉल और स्किर्पुसिन बी नामक कंपाउंड होते हैं। यह हृदय रोगों के साथ ही साथ ब्लड सर्कुलेशन को भी ठीक करने में मदद कर सकते हैं। ये एक तरह के पॉलीफेनोल्स होते हैं, जिनमें एंटीऑक्सीडेंट और रक्त वाहिकाओं को आराम पहुंचाने वाला वैसोरेलैक्सिंग गुण होते हैं।
अस्थमा में फायदेमंद (Beneficial in asthma) - सांस की समस्या आजकल ज्यादातर लोगों में देखी जाती है। लेकिन कृष्णा फल में ऐसे लाभ होते हैं जिससे सांस की समस्या में बहुत आराम मिलता है। इसके अर्क में मौजूद बायो फ्लेवोनोइड्स सांस की बीमारी में फायदे पहुंचाती है। एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित किये गए शोध में इस बात की पुष्टि की गई है कि कृष्णा फल के छिलके के अर्क के सेवन से अस्थमा के मरीजों के लक्षणों जैसे घरघराहट और खांसी की समस्या, सांस फूलने की समस्या में सुधार देखा गया है। ऐसे में सर्दी जुकाम के दौरान भी आप कृष्णा फल के छिलके के अर्क का सेवन कर सकते हैं।
कृष्णा फल के नुकसान
एलर्जी की समस्या (Allergy problem) - कृष्णा फल में मौजूद लेटेक्स कुछ लोगों में लेटेक्स फ्रूट सिंड्रोम एलर्जी का कारण बन सकता है । इसके कारण मुंह में झुनझुनी, नाक का बंद होना, आंखों में खुजली होना और घरघराहट जैसी समस्याओं का सामना कर सकते हैं।
विष का बनना (Poisoning) – पैशन फ्रूट में सेयानोजेनिक ग्लाइकोसाइड्स नामक कंपाउंड होता है। यह एक तरह का जहरीला पदार्थ होता है, जिस वजह से इसके ज्यादा सेवन से कुछ मामलों में कृष्णा फल विषाक्तता का कारण बन सकता है।
शुगर का कम होना (Low sugar) - पैशन फ्रूट शुगर लेवल को कम कर सकता है। इसके लिए आप ये ध्यान में रखकर इसका सेवन करें की शुगर का स्तर कम न हो।
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