आज के समय में जो खानपान और लाइफस्टाइल है उसकी वजह से लगभग हर कोई किसी न किसी बीमारी से पीड़ित है। ऐसे में आयुर्वेद में मुलेठी एक ऐसी औ,धि है जो कई बीमारियों में फायदेमंद है। मुलेठी के मीठी जड़ के रूप में भी जाना जाता है। यह एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटीबायोटिक, प्रोटीन, वसा, कैल्शिमय, ग्लिसराइजिक एसिड के गुणों से भरपूर होती है। इशके इस्तेमाल नेत्र रोग, मुख रोग, कंठ रोग, उदर रोग, सांस विकार के अलावा कई और रोगों के उपचार के लिए सदियों से किया जा रहा है। लेकिन अगर मुलेठी के साथ दूध का भी सेवन करें तो कई बीमारियों से छुटकारा पाया जा सकता है।
मुलेठी और दूध के फायदे- Mulethi aur doodh ke fayde
अलसर की बीमारी होगी दूर
अगर किसी को अल्सर है तो उसे मुलेठी और दूध का सेवन करना चाहिए। मुलेठी पाउडर को दूध में मिलाकर पिएं, इसके अलावा दिन में दो से तीन बार शहर केसाथ मुलेठी लें, इससे अल्सर की बीमारी दूर होती है।
बार-बार पेशाब आने पर
कई लोगों को बार-बार पेशाब आने की समस्या होती है ऐसे में मुलेठी और दूध काफी लाभकारी है। इस समस्य को दूर करने के लिए 2-4 ग्राम मुलेठी चूर्ण को गर्म दूध के साथ पिएं, कुछ ही दिनों में आराम मिल जाएगा।
कमजोरी
जिन लोगों को हमेशा कमजोरी महसूस होती है उन्हें मुलेठी और दूध का सेवन करना चाहिए। 2-4 ग्राम मुलेठी के चूर्ण को एक चम्मच घी और शहद में मिलाकर दूध में घोलकर नियमित शेवन करें। इससे दुर्बलता खत्म होती है और लंबे समय तक जवां रखने में भी मदद करता ह।
स्तनपान के दौरान दूध कम बनना
कई महिलाओं के मां बनने के बाद स्तनपान के दौरान दूध कम बनता है। ऐसे में 2 चम्मच मुलेठी चूर्ण और 3 चम्मच शतावर चूर्ण को एक कप दूध में उबालकर मिश्री मिलाकर पीना चाहिए, इससे जल्द ही ये समस्या खत्म हो जाती है।
पित्त की बीमारी
पित्त की बीमारी में लोगों को उनके कान में दिक्कतें आने लगती हैं। इससे बचने के लिए मुलेठी और द्राक्षा से पकाए हुए दूध को कान में डालें। इससे आराम मिलेगा।
आंखों की रौशनी
आंखों की रौशनी तेज करने और त्वचा की बीमारियों से छुटकारा पाने के लिए मुलेठी का सेवन लाभकारी होता है। इसके लिए मुलेठी और आंवले को पीसकर इसका गाढ़ा बनाकर पिएं।