भारत में आयुर्वेद का महत्व प्राचीन काल से ही है और आयुर्वेद के जरिए बड़ी से बड़ी बीमारियों का इलाज संभव है। भारत एक ऐसा देश है जिसके जंगलों में बहुत सी जड़ी-बूटियां पाई जाती हैं और इसी वजह से भारत को औषधि का भंडार भी कहा जाता है। और ऐसी ही एक आयुर्वेदिक औषधि है मूसली पाक जो किसी चमत्कारी औषधि से कम नहीं होती। इसे अश्वगंधा के नाम से भी जाना जाता है। ताकत की कई सारी आयुर्वेदिक दवाओं में इसका इस्तेमाल होता है।
मांसपेशियों की बढ़ती है ताकत
मूसली पाक मनुष्य के लिए टॉनिक का काम करती है। इसमें पोषक तत्वों की मौजूदगी से मांसपेशियों की ताकत बढ़ती है और साथ ही मांसपेशियों की थकान को कम करने में भी मदद करती है।
कमजोरी दूर शारीरिक ऊर्जा बढ़ाती है मूसली पाक
जिन लोगों का काम में मन नहीं लगता और शरीर एकदम थक जाता है तो ऐसे में सफेद मूसली खाने से शारीरिक शिथिलता को दूर किया जा सकता है। इसके साथ ही शारीरिक ऊर्जा बढ़ाने में यह बहुत ही मददगार है, जिसकी वजह से कई तरह की ताकत वाली आयुर्वेदिक दवाओं को तैयार करने में सफेद मूसली का प्रयोग किया जाता है।
बढ़ जाती है पुरुषों में शुक्राणुओं की संख्या
पुरुषों की उम्र बढ़ने के साथ शरीर में सेक्स हार्मोन टेस्टोस्टेरोन का स्तर कम होने लगता है तो ऐसे में अश्वगंधा का सेवन करने की सलाह दी जाती है और यह शरीर में टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ाने में मदद करता है। अश्वगंधा को गर्म दूध में शहद के साथ मिलाकर पीना चाहिए।
मूसली से ठीक किया जा सकता है ल्यूकोरिया
मूसली से सिर्फ पुरुषों को ही नहीं बल्कि महिलाओं को भी फायदा मिलता है। उम्र का असर कम करने सुंदरता में और निखार लाने के साथ-साथ, श्वेत प्रदर यानी ल्यूकोरिया समेत अन्य तरह के स्त्री रोगों में भी इसका सेवन काफी फायदेमंद होता है। हालांकि, इसका सेवन बिना एक्सपर्ट की सलाह के न करें।
और क्या-क्या फायदे हैं मूसली पाक के?
मूसली पाक के और फायदे के बारे में बात करें तो बालों को झड़ने से बचाने में भी यह काफी कारगर है। खांसी या अस्थमा के इलाज में भी इसका उपयोग किया जाता है। बांझपन और यौन संबंधी बीमारियों के लिए भी मूसली पाक का इस्तेमाल किया जाता है।
मधुमेह जैसी गंभीर बीमारियों के लिए फायदेमंद है, सफेद मूसली का इस्तेमाल करने से इंसुलिन की मात्रा बढ़ाया जा सकता है। शरीर का वजन कम करने के लिए भी इसका उपयोग किया जा सकता है।