हमारे आस पास कई तरह के आयुर्वेद पौधे हैं, जिसमें से एक काली मूसली (Kali musli) भी है। इसकी जड़ को ही मूसली कहा जाता है। यह मूसली सफेद और काली दो तरह की होती है। काली मूसली के सेवन से कई बीमारियों को दूर किया जा सकता है। काली मूसली की जड़ें बाहर से काले भूरे रंग की और अंदर से सफेद होती हैं। काली मूसली के फूल पीले होते हैं। सफेद मूसली के भी फायदे होते हैं, लेकिन आज हम काली मूसली के फायदों के बारे में जानेंगे।
काली मूसली के फायदे : Benefits Of Black Musli In Hindi
मूत्र रोगों में फायदेमंद -
अगर किसी को बार-बार पेशाब आने की समस्या हो, पेशाब करते समय दर्द हो, या फिर पेशाब करते समय जलन हो आदि मूत्र रोगों के लिए काली मूसली लाभकारी होती है। इसके सेवन के लिए काली मूसली का चूर्ण और समान मात्रा में मिश्री का सेवन गुनगुने पाने के साथ करना है। ऐसा करने से समस्या में आराम मिलेगा।
पुरुषों की शारीरिक कमजोरी दूर करे -
आज के समस में तनाव और खराब जीवनशैली की वजह से लोगों को कई तरह की शारीरिक समस्याएं होने लगी हैं। जिसका असर उनकी सेक्स लाइफ पर भी देखने को मिलता है। ऐसे में लोगों को शरीरिक कमजोरी होने लगती है। लेकिन इन सभी परेशानी से छुटकारा पाने के लिए काली मूसली लाभकारी होती है। यह पुरुषों में शारीरिक कमजोरी को दूर करती है। काली मूसली के पाउडर का सेवन आप दूध में मिलाकर कर सकते हैं।
पेट के रोगों को दूर करे -
जिन लोगों को पेट में गैस, अपच की समस्या हो तो उनके लिए काली मूसली लाभकारी होती है। इसके लिए काली मूसली के चूर्ण में दालचीनी पाउडर मिलाकर खाने से परेशानी में आराम मिलता है। पेट के कई रोग गलत खानपान की वजह से भी होते हैं। खाद्य पदार्थों में बढ़ते मैदा के प्रकोप से पेट संबंधी परेशानियां बेवजह बढ़ती हैं। गांधी जी हमेशा कहा करते थे कि नियंत्रित रूप से खाना खाया जाए तो पेट के रोगों से छुटकारा मिल सकता है। और दवाओं का सेवन नहीं करना पड़ेगा।
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