आयुर्वेद में बॉडी मसाज को "आभ्यंग" के नाम से जाना जाता है और इसे स्वास्थ्य और तंत्रिका सिस्टम के लिए आवश्यक माना गया है। यह मानव शरीर को स्वास्थ्यपूर्ण रहने में मदद करता है और आत्मा, मन, और शरीर के बीच संतुलन को स्थापित करता है। निम्नलिखित हैं बॉडी मसाज के कुछ महत्वपूर्ण फायदे:-
आयुर्वेद के अनुसार बॉडी मसाज के फायदे और कौनसा तेल है सबसे उपयुक्त? (According to Ayurveda, benefits of body massage and which oil is most suitable? In Hindi)
स्थायित प्राकृतिक त्वचा: आयुर्वेद में माना जाता है कि आभ्यंग से त्वचा की स्थायितता बनी रहती है। यह त्वचा को मुलायम और चमकदार बनाता है।
शरीर के विषाणु संतुलन को सुधार: आयुर्वेद में माना जाता है कि आभ्यंग से विषाणु संतुलन में सुधार होता है और शरीर के प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूती मिलती है।
मांसपेशियों को शांति: बॉडी मसाज से मांसपेशियों की गतिविधियों में सुधार होती है और यह शरीर की थकान को कम करने में मदद करता है।
निद्रा में सुधार: आयुर्वेद में आभ्यंग से अच्छी निद्रा मिलती है और यह मानसिक तनाव को कम करने में मदद करता है।
मानसिक शांति: बॉडी मसाज से मानसिक तनाव कम होता है और मन की शांति मिलती है। यह मेंटल क्लैरिटी को बढ़ावा देता है।
आंतरिक जल संतृप्ति: आभ्यंग से शरीर की आंतरिक जल संतृप्ति होती है जिससे त्वचा और मांसपेशियों को पोषण मिलता है।
वात, पित्त, और कफ की संतुलन को स्थापित करना: आयुर्वेद में बताया गया है कि आभ्यंग से शरीर में वात, पित्त, और कफ का संतुलन बना रहता है जिससे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है।
सबसे उपयुक्त मासाज तेल
आयुर्वेद में विभिन्न प्रकार के मासाज तेलों का प्रयोग किया जाता है जो विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं को सहायक हो सकते हैं। यहाँ कुछ ऐसे प्रमुख मासाज तेल हैं जिन्हें आयुर्वेद में सबसे उपयुक्त माना गया है:
सर्षपादी तेल (Sesame Oil): यह तेल वात दोष को बलम मिलाने के लिए जाना जाता है और यह शारीर की गर्मी को नियंत्रित करने में मदद करता है।
ब्राह्मी तेल (Brahmi Oil): यह तेल मानसिक शांति प्रदान करने में मदद करता है और मस्तिष्क की स्थिरता को बढ़ावा देता है।
बालात्रायण तेल (Bala Taila): यह तेल मांसपेशियों को मजबूती प्रदान करने में मदद करता है और शरीर की कमजोरी को दूर करता है।
महानारायण तेल (Mahanarayan Taila): यह तेल शरीर की थकान को कम करने में मदद करता है और शारीरिक स्थैतिकता को बढ़ावा देता है।
कोकिलाक्षादि तेल (Kokilaksha Taila): यह तेल त्वचा को मुलायम और चमकदार बनाने में मदद करता है और यह त्वचा के रोगों को कम करने में सहायक हो सकता है।
नोट: बॉडी मसाज के लिए उपयुक्त तेल का चयन करते समय व्यक्तिगत आवश्यकताओं और प्राकृतिक प्रकृति को ध्यान में रखना अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह सबसे अच्छा होगा कि आप किसी प्रमाणित आयुर्वेदिक चिकित्सक से सलाह लें जिससे आपको उचित तेल और उपयोग की दिशा में सहायता मिल सके।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।