अरंड को अरंडी या एरंड के नाम से भी जाना जाता है। अरंडी के तेल को कई स्वास्थ्य संबंधी (Health Benefits Of Castor Oil and leaves) समस्याओं में प्रयोग किया जाता है। इसमें कई औषधीय गुण पाए जाते हैं। कब्ज से लेकर त्वचा को साफ सुथरा बनाने में ये उपयोगी है। अरंडी का तेल ही नहीं बल्कि इसके पत्ते (castor leaves benefits) और जड़ भी स्वास्थय से जुड़ी समस्याओं में काम आते हैं। इसके पत्तों में कई गुण पाए जाते हैं। आज हम बात करेंगे अरंड के पत्तों के क्या-क्या फायदे हैं।
अरंडी के पत्तों के फायदे - Arandi ke patton ke fayde
तिल-मस्सों से छुटकारा (home remedies of moles)
कई लोगों के चेहरे पर तिल और मस्सों की समस्या होती है। ये सुंदर चेहरे को खराब कर सकते हैं। हालांकि, इससे कोई नुकसान नहीं है लेकिन कई बार चेहरे पर ये ऐसी जगह हो जाते हैं जिससे हमारी सुंदरता निखर कर नहीं आती। ऐसे में अरंडी के पत्ते पर थोड़ा चूना लगाकर तिल पर बार-बार घिसने से तिल निकल जाता है। इसके तेल को कपड़े में भिगोकर मस्सों पर बांधने से मस्से मिट जाते हैं।
खांसी (castor leaves benefits in Cough)
अगर आपकी खांसी ठीक नहीं हो रही है तो अरंडी के पत्तों का इस्तेमाल करें, इससे आपको काफी राहत मिलेगी। इसके लिए अरंडी के पत्तों का क्षार 3 ग्राम, तेल और गुड़ आदि को बराबर मात्रा में मिला लें। इस मिश्रण को चाटने से खांसी से छुटकारा मिल जाता है।
मोच (castor leaves benefits in Sprain)
मोच आ जाने पर अरंडी के पत्तों से राहत पाया जा सकता है। इसके लिए अरंडी के पत्तों पर सरसों और हल्दी गर्म करके मोच वाली जगह पर लगाएं और पत्तों के ऊपर से पट्टी बांध लें। इससे जल्द आराम मिलेगा।
शिथिल स्तन ( Castor Leaves Benefits in sagging breast)
जिन महिलाओं को शिथिल स्तन की शिकायत है वो अरंड के पत्तों का इस्तेमाल करें। अरंडी के पत्तों को सिरके में पीसकर नियमित रूप से स्तनों पर गाढ़ा लेप लगाने से कुछ ही दिनों में स्तनों का ढीलापन दूर हो जाता है।
बवासीर (Use Castor leaves in hemorrhoid)
बवासीर की समस्या होने पर अरंडी के पत्तों को पीसकर लुगदी बनाकर गुदा पर रखकर बांधने और सोते समय अरंडी तेल को दूध में मिलाकर पीने से कुछ ही दिन में बवासीर रोग ठीक हो जाता है।
स्तनों में दूध की वृद्धि (Use Castor leaves to increase Feeding The Beast)
जो महिलाएं अपने बच्चे को स्तनपान करा रही हैं लेकिन दूध नहीं बन रहा है या कम हो रहा है तो ऐसे में, अरंड के पत्तों का रस दो चम्मच पीने से कुछ ही दिनों में दूध में वृद्धि हो सकती है।
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