लोगों काअसंतुलित खानपान और खराब जीवनशैली की वजह से बवासीर की समस्या (Piles in Hindi) का खतरा बढ़ जाता है। आपको बता दें, बवासीर की परेशानी आमतौर पर लोगों को बहुत ज्यादा मसालेदार खाना खाने और एक ही जगह पर घंटों तक बैठने की वजह से होती है। इस परेशानी को दूर करने के लिए मरीजों के लिए चांगेरी घास Changeri Ghas का सेवन बहुत फायदेमंद होता है। इसमें मौजूद गुण बवासीर को जड़ से खत्म करने के लिए बहुत फायदेमंद माने जाते हैं। आपको बता दें, चांगेरी घास घरों के आसपास पानी वाली जगहों पर अक्सर देखने को मिल सकती है। आप इसकी पत्तियों का इस्तेमाल बवासीर Bavasir और पेट से जुड़ी कई समस्याओं को दूर करने के लिए कर सकते हैं। आइए जानते हैं बवासीर में चांगेरी घास के फायदे।
बवासीर में चांगेरी घास के फायदे : Benefits of Changeri grass in piles in hindi
आयुर्वेद में बहुत सी ऐसी चीजें हैं जो आपकी कई समस्या को दूर करने में मदद करती है। उसी में से चांगेरी घास भी है। जो आपकी कई परेशानी में बहुत फायदेमंद मानी जाती है। घरों के आसपास उगने वाली इस घास को लोग अक्सर उखाड़कर फेंक देते हैं, लेकिन इसके इस्तेमाल से शरीर की कई समस्याओं को दूर किया जा सकता है। चांगेरी को तिनपतिया घास भी कहा जाता है। इसकी पत्तियों में कैल्शियम, कैरोटीन और पोटैशियम जैसे तत्व पाए जाते हैं। यह घास विटामिन सी से भी भरपूर होती है। चांगेरी घास के उपयोग से आप कई समस्या को दूर कर सकते हैं जैसे -
1 . खूनी बवासीर
2 . दस्त,
3 . डायरिया
4 . कब्ज
5 . माइग्रेन
बवासीर में कैसे करें चांगेरी घास का इस्तेमाल -
बवासीर की समस्या में मरीज के लिए चांगेरी घास की पत्तियों का इस्तेमाल लाभकारी हो सकता है। खूनी बवासीर की समस्या में चांगेरी की पत्तियों का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके इस्तेमाल के लिए सबसे पहले आप चांगेरी घास की पत्तियों को साफ कर घी में भून लें। इसके बाद दही में मिलाकर इसका सेवन करें।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।