यूं तो हम सभी चिरौंजी (Chiraunji) या चारोली को एक सूखे मेवे के तौर पर देखते और इस्तेमाल में लाते हैं। मगर, क्या आप जानते हैं कि छोटे-छोटे दिखने वाले चिरौंजी दाना के फायदे भी कई हैं। यही वजह है कि इसे सेहत और स्वास्थ्य के लिए काफी उपयोगी माना गया है। इसके बावजूद बहुत से लोग ऐसे भी होंगे, जिन्हें किन समस्याओं में चिरौंजी के फायदे हासिल किए जा सकते हैं।
चिरौंजी के फायदे – Benefits of Chironji (Charoli) in Hindi
डायबिटीज की बीमारी -
शुगर की बीमारी एक ऐसी बीमारी है जिसमें लोगों को अपने खाने पीने का खास ध्यान देना होता है। ऐसे में चिरौंजी बेनिफिट्स डायबिटीज की समस्या में फायदेमंद साबित हो सकते हैं। चिरौंजी की पत्तियों के अर्क में एंटीडायबिटिक प्रभाव पाया जाता है। इस प्रभाव के कारण चिरौंजी की पत्तियों का अर्क इन्सुलिन की सक्रियता को बढ़ाकर ब्लड शुगर को कम करने में मदद कर सकता है। कई लोग चिरौंजी के बीज को भी डायबिटीज की समस्या में उपयोगी मानते हैं।
डायरिया की समस्या -
डायरिया की समस्या में भी चिरौंजी का इस्तेमाल लाभदायक साबित हो सकता है। चिरौंजी के पेड़ की छाल के चूर्ण को शहद के साथ लेने से डायरिया में मदद मिल सकती है। वहीं, चिरौंजी की जड़ में एस्ट्रिंजेंट (संकुचन पैदा करने वाला) प्रभाव पाया जाता है। यह प्रभाव डायरिया की समस्या में राहत पहुंचाने का काम कर सकता है।
कब्ज से राहत -
अगर किसी को कब्ज की समस्या रहती है तो उसके लिए चिरौंजी का सेवन लाभकारी माना जाता है। चिरौंजी के फल में लैक्सेटिव (मल को ढीला कर बाहर निकालने वाला) गुण पाया जाता है। चूंकि कब्ज की समस्या में लैक्सेटिव गुण को उपयुक्त और फायदेमंद माना जाता है।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।