दूध (Milk) का सेवन सेहत को कई लाभ पहुंचाता है, क्योंकि दूध पोषक तत्वों से भरपूर होता है। इसलिए दूध पीने की सलाह छोटे से लेकर बड़ों तक सभी को दी जाती है। लेकिन क्या आपने कभी दूध में हींग (Asafoetida) मिलाकर पिया है। हींग वाले दूध का सेवन सेहत को कई लाभ पहुंचाता है। क्योंकि हींग औषधीय गुणों से भरपूर होता है। इसलिए हींग वाले दूध का सेवन करने से स्वास्थ्य संबंधी कई परेशानियां भी दूर होती है। क्योंकि हींग में प्रोटीन, फाइबर, कार्बोहाइड्रेट, कैल्शियम, फास्फोरस, आयरन, नियासिन जैसे तत्व पाए जाते हैं, तो वहीं, दूध में प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन ए, विटामिन डी, विटामिन के, विटामिन ई, फॉस्फोरस, मैग्नीशियम जैसे तत्व भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं, जो शरीर को स्वस्थ रखने में अहम भूमिका निभाते हैं। आइए जानते हैं हींग वाला दूध पीने के क्या-क्या फायदे होते हैं।
हींग वाला दूध पीने के 5 फायदे
1- पाचन (Digestion) संबंधी समस्या होने पर हींग वाले दूध का सेवन काफी फायदेमंद साबित होता है। क्योंकि हींग में फाइबर पाया जाता है, इसलिए अगर आप गुनगुने दूध में चुटकी भर हींग मिलाकर पीते हैं, तो इससे पाचन तंत्र मजबूत होता है। साथ ही कब्ज और एसिडिटी जैसी पेट से जुड़ी बीमारियां भी दूर होती है।
2- हिचकी (Hiccup) आना एक आम समस्या है, हिचकी किसी को कभी भी आ सकती है। हिचकी आने पर लोग अक्सर पानी पीना शुरू कर देते हैं। लेकिन हिचकी आने पर अगर आप गुनगुने दूध में हींग मिलाकर पीते हैं, तो इससे हिचकी आनी तुरंत बंद हो जाती है।
3- हींग वाला दूध विटामिन से भरपूर होता है, इसलिए अगर आप रोजाना हींग वाले दूध का सेवन करते हैं, तो इससे रोग प्रतिरोधक (Immunity) क्षमता यानि इम्यूनिटी मजबूत होती है, जिससे आपका शरीर वायरस और बैक्टीरिया की चपेट में आने से बच सकता है।
4- लिवर (Liver) हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है, इसलिए इसको स्वस्थ रखना जरूरी होता है। लिवर को स्वस्थ रखने के लिए हींग वाले दूध का सेवन काफी फायदेमंद साबित होता है। क्योंकि हींग वाले दूध का सेवन करने से लिवर फंक्शन सुचारू रूप से काम करता है और लिवर हेल्दी भी रहता है।
5- आजकल ज्यादातर लोगों में बवासीर (Piles) की शिकायत देखी जा रही है। बवासीर की शिकायत होने पर मल त्याग करने में काफी परेशानी होती है। लेकिन अगर आप रोजाना हींग वाले दूध का सेवन करते हैं, तो यह काफी फायदेमंद साबित होता है। क्योंकि हींग वाला दूध मल को ढीला कर सकता है। जिससे मल त्याग करने में आसानी होती है।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।